MP NEWS: राज्य में अब ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं, हाईटेक तरीके से रखी जाएगी नजर
MP NEWS: राज्य में अब ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं, हाईटेक तरीके से रखी जाएगी नजर
रिपोर्ट- अभिषेक त्रिपाठी
भोपाल. MP अब स्मार्ट होता जा रहा है. जी हां अब अगर आप ट्रैफिक के नियम तोड़ेंगे तो तुरंत इसकी जानकारी पोर्टल पर आ जाएगी. इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में कहीं पर भी सड़क हादसा हुआ हो, जाम लगा हो, नो पार्किंग में खड़े वाहन या नो पार्किंग से पुलिस की ओर से उठाए गए वाहनों की जानकारी, सभी इस पोर्टल पर मिल जाएगी.
पीटीआरआई द्वारा पोर्टल हो रहा तैयार
पुलिस ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीटयूट की ओर से इस पोर्टल को तैयार कराया जा रहा है. इसमें परिवहन विभाग की भी मदद ली जा रही है. खास बात यह भी है कि इसमें दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की जानकारी भी सहेजी जायेगी. यातायात नियम तोड़ने वालों का पूरा ब्योरा एक जगह पर मिलने से उनके विरुद्ध कार्रवाई करना भी आसान हो जाएगा.
चालान नहीं भरे जाने पर रिन्यू नहीं होगा रजिस्ट्रेशन
मध्य प्रदेश पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर नई व्यवस्था का निर्माण कर रहे हैं. इसमें यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों की ओर से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) के तहत बने चालान नहीं भरने पर उनके वाहन का पंजीयन नवीनीकरण और ट्रांसफर नहीं हो पाएगा. वाहन का बीमा नवीनीकरण भी तभी होगा, जब चालान की पूरी राशि जमा कर दी जाएगी. यह पोर्टल इन सबके लिए काफी मददगार होगा.
ई-चालान अपलोड होने में होती है देरी
पीएचक्यू (पुलिस मुख्यालय) के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के सात शहरों में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यातायात नियम तोड़ने वालों का चालान बनने के बाद ई-चालान पोर्टल पर अपलोड होने या वाहन चालक के घर नोटिस पहुचंने में 15 दिन से एक महीने का समय लग जाता है. नए पोर्टल पर यह जानकारी उसी दिन दर्ज हो जाएगी. मध्य प्रदेश एजेंसी फार प्रमोशन आफ इंफारेमेशन टेक्नोलाजी के सहयोग से यह पोर्टल तैयार कराया जा रहा है. आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से यातायात नियमों के बारे में जानकारी भी यहां रहेगी.
ट्रैफिक जाम की भी मिलेगी जानकारी
ट्रैफिक जाम होने की जानकारी देने वाला एक ऐप निजी कंपनी से तैयार कराया जा रहा है, जो वाहन चालक को यह बताएगा कि वह जिस रास्ते पर जा रहा है वहां जाम या निर्माण कार्य के चलते यातायात बाधित तो नहीं है. सड़कों में घुमाव, तिराहा, चौराहा, ब्लैक स्पॉट आदि की जानकारी भी इस ऐप में मिलेगी. एडीजी पीटीआरआइजी जनार्दन ने बताया कि पोर्टल और ऐप दोनों सुविधाएं इसी वर्ष शुरू हो जाएंगी.
रिपोर्ट- अभिषेक त्रिपाठी
भोपाल. MP अब स्मार्ट होता जा रहा है. जी हां अब अगर आप ट्रैफिक के नियम तोड़ेंगे तो तुरंत इसकी जानकारी पोर्टल पर आ जाएगी. इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में कहीं पर भी सड़क हादसा हुआ हो, जाम लगा हो, नो पार्किंग में खड़े वाहन या नो पार्किंग से पुलिस की ओर से उठाए गए वाहनों की जानकारी, सभी इस पोर्टल पर मिल जाएगी.
पीटीआरआई द्वारा पोर्टल हो रहा तैयार
पुलिस ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीटयूट की ओर से इस पोर्टल को तैयार कराया जा रहा है. इसमें परिवहन विभाग की भी मदद ली जा रही है. खास बात यह भी है कि इसमें दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की जानकारी भी सहेजी जायेगी. यातायात नियम तोड़ने वालों का पूरा ब्योरा एक जगह पर मिलने से उनके विरुद्ध कार्रवाई करना भी आसान हो जाएगा.
चालान नहीं भरे जाने पर रिन्यू नहीं होगा रजिस्ट्रेशन
मध्य प्रदेश पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर नई व्यवस्था का निर्माण कर रहे हैं. इसमें यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों की ओर से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) के तहत बने चालान नहीं भरने पर उनके वाहन का पंजीयन नवीनीकरण और ट्रांसफर नहीं हो पाएगा. वाहन का बीमा नवीनीकरण भी तभी होगा, जब चालान की पूरी राशि जमा कर दी जाएगी. यह पोर्टल इन सबके लिए काफी मददगार होगा.
ई-चालान अपलोड होने में होती है देरी
पीएचक्यू (पुलिस मुख्यालय) के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के सात शहरों में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यातायात नियम तोड़ने वालों का चालान बनने के बाद ई-चालान पोर्टल पर अपलोड होने या वाहन चालक के घर नोटिस पहुचंने में 15 दिन से एक महीने का समय लग जाता है. नए पोर्टल पर यह जानकारी उसी दिन दर्ज हो जाएगी. मध्य प्रदेश एजेंसी फार प्रमोशन आफ इंफारेमेशन टेक्नोलाजी के सहयोग से यह पोर्टल तैयार कराया जा रहा है. आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से यातायात नियमों के बारे में जानकारी भी यहां रहेगी.
ट्रैफिक जाम की भी मिलेगी जानकारी
ट्रैफिक जाम होने की जानकारी देने वाला एक ऐप निजी कंपनी से तैयार कराया जा रहा है, जो वाहन चालक को यह बताएगा कि वह जिस रास्ते पर जा रहा है वहां जाम या निर्माण कार्य के चलते यातायात बाधित तो नहीं है. सड़कों में घुमाव, तिराहा, चौराहा, ब्लैक स्पॉट आदि की जानकारी भी इस ऐप में मिलेगी. एडीजी पीटीआरआइजी जनार्दन ने बताया कि पोर्टल और ऐप दोनों सुविधाएं इसी वर्ष शुरू हो जाएंगी.