तीसरे दिन भी कमेड़ के तालाब में नहीं मिला किशोर का सुराग, परिवार की टूटने लगी हिम्मत, किया प्रदर्शन
- ढ़ूढ़ने के लिए तालाब में उतरे गोताखोरों के साथ ड्रोन, फायरब्रिगेड और कांटे वाली नाव से भी हुई सर्चिंग - कमेड़ के तालाब में नाव पटलने से डूबे किशोर का तीसरे दिन भी कोई पता नहीं लगा है। - भीड़ हुई एकत्रित, अधिकारियों ने समााया
रतलाम @newsmpg । कमेड़ के तालाब में नाव पटलने से डूबे किशोर का तीसरे दिन भी कोई पता नहीं लगा है। तीसरे दिन किशोर के परिजनों और ग्रामीणों ने रोष जाहिर करते हुए रेस्क्यू अभियान में फोर्स और संसाधन बढ़ाने की मांग के साथ प्रदर्शन भी किया। मौके पर तहसीलदार, एसडीओपी समेत बिलपांक थाना टीआई और बल पंहुचा और परिवार से चर्चा कर उन्हें आश्वस्त किया गया। इस दौरान सर्च आॅपरेशन जारी रहा।
उल्लेखनीय है कि रविवार को मछली पकड़ने गया किशोर गांव के तालाब में डूब गया था। उसे तलाशने के लिए रविवार दोपहर करीब 12 बजे से सर्च आॅपरेशन शुरु किया गया था जो रविवार रात तक चला। अगले दिन सोमवार को भी सुबह से ही एसडीआरएफ की टीम, होमगार्ड, पुलिस के साथ ही राजस्व की टीम कांटे वाली नाव से पूरे दिन सर्चिंग करती रही। लगभग 50घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं लगने पर मंगलवार को एसडीआरएफ ने ड्रोन कैमरे की मदद से भी तालाब के चारों ओर सर्चिंग करवाई। इसके बाद दोपहर में फायर ब्रिगेड की टीमों को बुलवाकर प्रेशर से भी तालाब के निचले सतह तक भी सर्चिंग करवाई गई। गोताखोरों की टीमें भी लगातार तीन दिनों से किशोर का सुराग लगाने की कोशिश में जुटी हैं।
भीड़ हुई एकत्रित, अधिकारियों ने समााया
मंगलवार शाम तक भी जब सर्च आॅपरेशन से कोई सुराग नहीं लगा तो ग्रामीणों की भीड़ तालाब किनारे ही एकत्रित हो गई। इसमें डूबे हुए किशोर राजू निनामा का परिवार भी शामिल था। उन्होंने कहा कि तालाब में डूबने पर भी शव फूलकर ऊपर आ जाता है। तीन दिनों के बाद भी शव के नहीं मिलने से परिवार व्यथित हो रहा है। उन्होंने सर्च आॅपरेशन तेज करने की मांग भी की। मौके पर मौजूद ग्रामीण तहसीलदार, एसडीओपी आदि ने उनसे चर्चा की और किशोर को ढ़ूढ़ने में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। इस बीच बिलपांक थाना प्रभारी अयूब खान भी टीम के साथ सचिंग करते रहे।
रविवार को हुआ था ये हादसा
गांव कमेड़ में वन विभाग का तालाब है जहां एक व्यक्ति का मछली पकड़ने का ठेका है। रविवार सुबह करीब 10 बजे राजू निनामा उम्र 14 और इरफान खान 14 मछली पकड़ने के लिए डोंगी में बैठकर तालाब में गए थे। इस दौरान 22 वर्षीय बबलू भी इनके साथ टायर- ट्यूब के सहारे जाल बिछवाने के लिए पानी में उतरा था। जाल डालते समय ही संतुलन बिगड़ने से इनकी डोंगी पलट गई। इसे देखकर बबलू ने इरफान को अपने साथ टायर के सहारे खींच लिया लेकिन राजू नाव के साथ पानी के नीचे चला गया। उनके अनुसार बबलू, इरफान को खींचकर किनारे तक लाया लेकिन तब तक राजू पानी में डूब चुका था और कहीं दिखाई नहीं दे रहा था। बबलू ने उसे ढ़ूढ़ने की कोशिश की और इरफान ने गांव वालों को हादसे की सूचना दी थी। गांव वालों ने तालाब में गोते लगाकर और मछली पकड़ने वाले जाल की मदद से भी राजू को ढ़ूढने की कोशिश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। सूचना मिलने पर बिलपांक थाने से पुलिस बल और अधिकारी भी मौके पर पंहुचे और होम गार्ड तथा स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स की टीम को भी बुलवाया गया था। टीम के जवान नाव, रस्सी, जैकेट आदि संसाधन लेकर पंहुचे और किशोर को ढ़ूढ़ने के लिए दोपहर में राहत अभियान रात करीब 7 बजे तक चलाया था।
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