बेड टच, गलत इशारा या कमेंट वालों की अब खैर नहीं, पेटियां खोलेंगी इनके राज 

- एसपी की नई पहल, शहर के सभी स्कूल और कॉलेजों में लगेंगी शिकायत पेटी

Dec 5, 2024 - 16:19
Dec 5, 2024 - 16:25
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बेड टच, गलत इशारा या कमेंट वालों की अब खैर नहीं, पेटियां खोलेंगी इनके राज 
Police coplaint box



रतलाम @newsmpg । कोई छोटी बच्ची गलत टच के बारे में, कोई किशोरी लड़कों को रास्ते में रोज कमेंट करने के बारे में, महिलाएं परिवार के पुरुष या सीनियरों द्वारा किए जा रहे इशारों के बारे में अब बिना नाम बताए, बिना सामने आए भी पुलिस को बता सकेंगी। रतलाम एसपी अमित कुमार ने बालिकाओं, किशोरियों को छेड़छाड़ और अपराधों से बचाने के लिए अभिनव पहल की है। इसके तहत आने वाले 7-10 दिनों में शहर के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल में शिकायत पेटी लग जाएंगी। 

कोई भी पीड़ित लड़की या महिला बिना अपना नाम बताए  भी सादे कागज पर अपनी शिकायत लिखकर कागज उसमें डाल सकती है। ये कागज 7 दिन में सीधे पुलिस अधिकारी पढ़ेंगे और उसपर एक्शन लेंगे। इसके अलावा अपने इलाकों में होने वाले अपराधों, अपराधिक गतिविधियों में सलिप्त लोगों या पुलिस को जरूरी सु­ााव भी इसमें भेजी जा सकेगी। 

एसपी, एएसपी करेंगे हल

एसपी कुमार ने मीडिया को बताया कि फिलहाल शहर के सभी स्कूलों और कॉलेजों में यह पेटी लगवाने की कोशिश की जा रही है। इस पेटी पर ताला लगेगा जिसकी चाबी पुलिस कर्मचारी के पास रहेगी जो प्रतिदिन या दूसरे दिन इसे खाली करेंगे। ये सभी शिकायतें थाने पर एकत्रित होंगी और वहां से लिफाफे में बंद ही सीधे एडिशन एसपी राकेश खाखा के पास पंहुचेगी। समस्याएं अधिक होने पर सीएसपी के पास भी भेजी जाएंगी। वर्तमान में एसपी और एएसपी हर 7 दिन में  बंद लिफाफे को खोलकर चिट्ठियों में लिखी समस्याओं को सुनकर उन्हें हल करने के लिए निर्देश देंगे। छोटे मामलों में किशोरों, बालकों को हिदायत देने के साथ परिजनों को अवगत करवाया जाएगा तथा दोबारा गलती करने पर एक्शन होगा। गंभीर शिकायतों पर संबंधित थाने पर प्रकरण भी दर्ज किया जाएगा।

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कैमरे से रहेंगे दूर रहेंगी पेटियां

एसपी ने कहा कि बात करने पर पता चला है कि कई बार टीचर, परिवार के लोग भी बच्चियों के शिकायत करने के पक्ष में नहीं होते हैं। कई बार बच्चियां इन्हीं में से किसी से पीड़ित होती हैं। ऐसे में बच्चियां और किशोरी खुलकर पु्िलस तक अपनी बात पंहुचा सके इसके लिए ये पेटियां ऐसी जगह लगेंगी जहां सीसीसटीवी कैमरे से सीधे पहचान उजागर न हो सके। मैनेजमेंट आदि के खिलाफ शिकायत करने वालों को भी इससे राहत मिलेगी। इसके जिन मामलों में बच्ची से आगे बात करने की आवश्यक्ता होगा उसमें भी पूरी गोपनीयता रखी जाएगी। अगर कोई सामने नहीं आना चाहेगा तो उसका नाम उजागर नहीं होगा। 

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