लगभग 70 प्रतिशत मतदान के साथ रतलाम में मतदाताओं ने दिखाया उत्साह -अब हार जीत का गुणा भाग और समीक्षा शुरु
लगभग 70 प्रतिशत मतदान के साथ रतलाम में मतदाताओं ने दिखाया उत्साह -गुरु पूर्णिमा और बारिश के बीच भी मतदान करने पहुंचे लोग
रतलाम। शहर सरकार चुनने के लिए रतलाम सहित 6 नगरीय निकायों के लिए 13 जुलाई को मतदान हुआ। रतलाम में लोगों ने बारिश और गुरु पूर्णिमा के बीच भी उत्साह दिखाया और अच्छी तादात में वोट डालने पंहुचे। जिला प्रशासन और पुलिस बल भी मुस्तैदी के साथ तैनात रहा।
चुनाव संपन्न होते ही अब हार जीत का गुणा भाग और इसके लिए समीक्षा शुरु हो गई है। सभी ईवीएम फिलहाल जमा होंगी और 20 जुलाई को मतगणना होगी। लेकिन इस बीच पोलिंग बूथ पर किसे कितने मत मिलने का अनुमान है, उसे लेकर मंथन दोनों ही दलों के साथ बुद्धीजीवियों में भी शुरु हो गया है।
बारिश के पहले और बाद:- मतदान पर ऐसा रहा असर
शहर में सुबह 7 से 9 बजे तक मतदान का प्रतिशत अच्छा रहा खासकर पटरीपार और शहर के बाहरी इलाकों में। शहर में औसतन सुबह 9 बजे तक 12 प्रतिशत मतदान हुआ, लेकिन इन क्षेत्रों में 20 फीसदी तक। सुबह 10 बजे के आसपास से शुरु हुई बारिश ने ब्रेक लगा दिया। बारिश के बाद दोपहर में जैसे ही मौसम खुला तो मतदाता उत्साह के साथ फिर निकल पड़े। दोपहर तीन बजे तक शहर में 59.95 प्रतिशत मतदान हुआ।
प्रशासन के वाहनों से लोगों में बढ़ा उत्साह
बारिश के बाद धीमे मतदान और लोगों की समस्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा मतदाताओं को केंद्र तक लाने के लिए लगाए मैजिक और वाहनों का भी असर दिखा। 11 से दोपहर 1 बजे तक के दो घण्टों में मतदान में और तेजी आई और मतदान में 16.38 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 1 से 3 बजे के बीच के दो घण्टों में मतदान और तेज हुआ दो घण्टो में ही 17.04 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। इसके साथ ही कुल मतदान भी लगभग 60 प्रतिशत हो गया।
गुरु पूजन और पर्व का ऐसा दिखा असर
शहर में गुरु पूर्णिमा होने से पहले कम मतदान की आशंका व्यक्त की जा रही थी। लेकिन प्रशासनिक इंतजाम और पार्षदों द्वारा घर-घर आग्रह ने इसे बदल दिया। हालांकि सुबह के समय 7 से 8 बजे तक पुरुषों की संख्या महिलाओं से अधिक रही। लेकिन सुबह का पूजन आदि होने के बाद दोपहर 11 बजे से महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ने लगी और दोपहर 3 बजे तक अच्छा उछाल देखा गया।
हजारों मतदाता नहीं डाल सके वोट
शहर में लगभग हर पोलिंग बूथ पर ऐसे मतदाता जरूर मिले जिन्हें वोटर पर्ची नहीं मिली थी। वे लोग वोटर आईडी और अन्य आईडी लेकर उन पोलिंग बूथ पर पंहुचे जहां उनके परिवार या आसपास के लोगों की पर्ची आई, लेकिन इनके नाम सूची में नहीं मिले। पोलिंग बूथ पर ऐसे लोग राजनैतिक पार्टियों के बूथ एजेंट से भी मदद लेते दिखे, लेकिन नाम नहीं होने पर इन्हें मतदान का अधिकार नहीं मिला। यह समस्या भी एक दो या कुछ पोलिंग बूथ पर नहीं बल्कि लगभग पूरे शहर में दिखाई दी। अनुमान के अनुसार ऐसे लोगों की संख्या में भी हजार से अधिक रही जो वोट इस कारण नहीं डाल सके।
कॉलोनी से दूर केंद्र, तो एक ही परिवार के नाम अलग:अलग
शहर में अलकापुरी, इंद्रलोक नगर, नयागांव क्षेत्र में यह समस्या देखने को मिली कि मतदान केंद्र रहवासी क्षेत्र से दूर थे। अलकापुरी क्षेत्र के मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र नयागांव में तो इंद्रलोक नगर के लिए अलकापुरी में भी था। नयागांव में बने केंद्र पर बरबड़ तक के लोगों को आना पड़ा। इसके अलावा ऐसे मामले भी तेजा नगर, हाथीखाना, मोतीनगर में देखने को मिले कि जिसमें परिवार के एक सदस्य का नाम एक केंद्र पर तो दूसरे का नाम दूसरे केंद्र पर डाल दिया गया। ऐसे में परिजन परेशान होते दिखे। कई लोगों ने शिकायत की कि उनके पुराने पते के अनुसार मतदान केंद्र पर उनके नाम भी पर्ची भेजी गई, जबकि वे नए पते पर भी पिछले बार मतदान कर चुके हैं।
कांग्रेस नेता बैठे धरने पर
रतलाम में छिटपुट विवादो को छोड़कर लगभग शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। पार्षद पद के कुछ उम्मीदवारों ने फर्जी मतदान कराने की शिकायत की। शाम को ब्राह्मणों के वास क्षेत्र में फर्जी मतदान को लेकर विवाद हुआ एवं नौबत मारपीट तक पहुंच गई। कांग्रेस नेता राकेश झालानी विवाद के बाद कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाकर धरने पर बैठ गए। विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला।
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