देश की बेटी का अपमान करने वाले मंत्री के खिलाफ विरोध तेज, कांग्रेस ने दी चेतावनी किसी हाल में नहीं करने देंगे ध्वजारोहण
रतलाम में ध्वजारोहण को लेकर बढ़ा बवाल। कांग्रेस और महिला कांग्रेस दोनों ने किया जमकर विरोध — एक ने उड़ाए काले गुब्बारे, दूसरी ने किया पुतला दहन। पुतला दहन के दौरान पुलिस के साथ छीना-झपटी भी हुई।
रतलाम @newsmpg। स्वतंत्रता दिवस पर जिला मुख्यालय रतलाम में ध्वजारोहण के लिए कैबिनेट मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री विजय शाह का नाम सामने आने के बाद शहर में कांग्रेस का विरोध लगातार दूसरे दिन भी तेज हो गया।
मंत्री शाह पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय सेना की महिला अधिकारी और देश की बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी पर भद्दी टिप्पणी की थी, जो सेना और महिलाओं दोनों का अपमान है। इसी कारण कांग्रेस ने उनके हाथों तिरंगा फहराने का कड़ा विरोध किया। गुरुवार को शहर और ग्रामीण कांग्रेस ने संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट पर काली पट्टियां बांधकर जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर मांग की कि ध्वजारोहण केवल कलेक्टर के हाथों कराया जाए।
महिला कांग्रेस ने काले गुब्बारे आसमान में छोड़े
बुधवार को शहर महिला कांग्रेस ने शहीद चौक पर काली पट्टियां बांधकर, काले गुब्बारे छोड़कर और विजय शाह के पोस्टर जलाकर विरोध जताया था। महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर ने कहा कि ऐसे व्यक्ति के हाथों राष्ट्रीय ध्वज फहराना शहीदों और राष्ट्र की गरिमा को ठेस पहुंचाना है।
किसी भी परीस्थिति में नहीं करने देंगे ध्वाजारोहण
इससे पहले ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने बाजना बस स्टैंड पर मंत्री शाह का पुतला जलाया, जिसके दौरान पुलिस और कार्यकतार्ओं के बीच छीना-झपटी भी हुई। पुलिस ने जलते पुतले को बुझाने की कोशिश की, लेकिन कार्यकतार्ओं ने उसे जला दिया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद भाजपा सरकार ने मंत्री शाह को पद से नहीं हटाया, यह उनकी दादागिरी है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी सूरत में हम मंत्री विजय शाह के हाथों रतलाम में ध्वजारोहण नहीं होने देंगे।
ये रहे मौजूद
विरोध प्रदर्शन में थांदला विधायक वीर सिंह भूरिया, पूर्व विधायक पारस दादा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर, यास्मीन सेरानी, आशा रावत, नजमा बेलूत, रेखा सोलंकी, महेंद्र कटारिया, शैलेन्द्र सिंह अठाना, राजीव रावत, मंसूर अली पटोदी, बसंत पंड्या, लक्ष्मण सिंह डिंडोर आदि मौजूद रहे।