रतलाम जिला कांग्रेस में होगा एक और बड़ा बदलाव, जिलाध्यक्ष और प्रभारी ने की तैयारी
रतलाम। संगठन सजृन के तहत कांग्रेस में जिलाध्यक्षों के बदलाव के बाद प्रदेश भर में कांग्रेस में नई उर्जा का संचार हुआ है। कांग्रेस संगठन सजृन के दूसरे दौर में पहुंच गई है। अब जल्द ही ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां होने जा रही है।

रतलाम।newsmpg@ संगठन सजृन के तहत कांग्रेस में जिलाध्यक्षों के बदलाव के बाद प्रदेश भर में कांग्रेस में नई उर्जा का संचार हुआ है। कांग्रेस संगठन सजृन के दूसरे दौर में पहुंच गई है। अब जल्द ही ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां होने जा रही है।
रतलाम जिलें के सोलह ब्लॉक में नए ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति भी प्रदेश कांग्रेस द्वारा नवरात्रि के बाद किसी भी समय की जा सकती है। इन नियुक्तियों में जिलाध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इसके साथ ही अगले ही माह जिला कार्यकारिणाी की घोषणा भी की जाएगी। इस बार कांग्रेस की कार्यकारिणी परंपरागत तरीके से जंबो नही होगी। जिले में अधिकतम 65 लोगो की कार्यकारिणी बनेगी। रतलाम जिलें में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हर्षविजय गेहलोत एवं जिला प्रभारी प्रताप ग्रेवाल संगठन सजृन के तहत अलग-अलग रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस को प्रस्तुत करेगें। इसी आधार पर नए ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां की जाएगी।
पार्टी रख रही फूंक कर कदम
कांग्रेस संगठन में चल रहे संगठन सृजन अभियान ने पूरे प्रदेश में व्यापक हलचल मचा दी है। हाल ही में जिलाध्यक्षों के बदलाव के बाद अब पार्टी ब्लॉक स्तर तक संरचना को नया स्वरूप देने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और संगठनवाद के मूल सिद्धांतों के अनुरूप हो रही है। 2023 के विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस ने संगठन को जमीनी स्तर से मजबूत करने के लिए फंूक -फूंक कर कदम रख रही है।
इसका उद्देश्य नए नेताओं को आगे लाना, बूथ से लेकर प्रदेश स्तर पर संगठन को गतिशील बनाना और कार्यकतार्ओं में नई ऊर्जा का संचार करना है। इस अभियान की औपचारिक शुरूआत जून 2025 में राहुल गांधी ने भोपाल में की थी, जिसमें पार्टी को मजबूत करने और जवाबदेही तय करने की बात पर बल दिया गया।
ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति प्रक्रिया
'संगठन वर्ष' घोषित किए गए 2025 में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति पूरी की जा चुकी है। अब जिला अध्यक्षों को ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए फ्री-हैंड दिया गया है, मगर यह निर्णय संगठन के जातीय एवं क्षेत्रीय समीकरणों तथा स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप होगा। प्रत्येक जिलाध्यक्ष को नियुक्तियां करने के लिए 40 दिन का समय मिला है, जिसमें उन्हें पार्टी की विचारधारा और संघर्ष क्षमता वाले लोगों को प्राथमिकता देकर एक टीम बनानी है, जो हर परिस्थिति में पार्टी हित को सर्वोपरि माने। नाम तय करने के बाद अंतिम अनुमोदन प्रदेश कांग्रेस समिति द्वारा किया जाएगा।
नियुक्ति में पारदर्शिता और स्थानीय समीकरण
ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति व्यक्तिगत सिफारिश या गुटबंदी के आधार पर नहीं, बल्कि संगठन सृजन अभियान की शर्तों पर होगी। जिलाध्यक्षों से अपेक्षा की गई है कि वे स्थानीय स्तर के जातिगत और सामाजिक समीकरणों को समझकर कार्यकतार्ओं और वरिष्ठ नेताओं से समन्वय कर नाम भेजें। इसी कवायद के तहत संगठन प्रभारी जिलों और ब्लॉकों में जाकर वन-टू-वन चर्चा भी कर रहे हैं, ताकि सक्रिय और सक्षम कार्यकतार्ओं को जिम्मेदारी मिल सके।
युवाओं, नए चेहरों को मिलेगा मौका
इस पुनर्गठन में वरिष्ठ व अनुभवी पदाधिकारियों के साथ-साथ युवाओं और नए चेहरों को प्रमुखता दी जा रही है। लगातार बने हुए पदाधिकारियों को भी रोटेशन के आधार पर बदलकर संगठन में ताजगी लाने की रणनीति है। वहीं, जिन्होंने अच्छा काम किया है, उन्हें संगठन के भीतर और ऊंचे पदों पर प्रमोशन मिलेगा।
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