खाद-बिजली संकट पर फूटा गुस्सा, किसान का पुतला लटका कर कांग्रेस का प्रदर्शन
सैलाना में खाद की किल्लत और बार-बार बिजली कटौती से परेशान किसानों ने कांग्रेस के नेतृत्व में अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। ट्रैक्टर पर फांसी के फंदे पर लटकाए गए किसान के पुतले के जरिए अन्नदाता की बदहाली को दर्शाया गया। रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की गहमा-गहमी भी हुई। बाद में किसानों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए खाद वितरण, बिजली आपूर्ति और व्यवस्थाओं में तत्काल सुधार की मांग की।
सीएम मुखौटे को लेकर गहमा-गहमी, व्यवस्था पर उठाए सवाल
रतलाम। फांसी के फंदे पर लटके किसान का पुतला। सोमवार दोपहर को सैलाना में अनोखे अंदाज में किसानों की बदहाली पर ध्यान दिलाने के लिए कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। पूर्व विधायक और जिलाध्यक्ष हर्षविजय गेहलोत के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।
ट्रैक्टर पर फांसी लगाते किसान की ाांकी के साथ रैली के रूप में नगर भ्रमण किया। इस दौरान पुलिस ने ाांकी में मुख्यमंत्री के मुखौटे वाला पुतला उतारने की कोशिश की तो गहमा गहमी भी हुई। किसानों ने एसडीएम आॅफिस पंहुचकर वहां भी प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
श्री गेहलोत के नेतृत्व में जिले में खाद उपलब्धता में भारी किल्लत, गड़बड़ी, बिजली और अन्य समस्याओं को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में अनोखा विरोध देखने को मिला। ट्रैक्टर पर किसान का पुतला फांसी के फंदे पर लटकते हुए दिखाया गया। इससे किसानों की बदहाली की कहानी सुनाई गई। इसी ाांकी में दूसरा पुतला भी था, जिसे मुख्यमंत्री का मुखौटा पहनाया गया था।
पुलिस से हुई बहस
इस दौरान पुलिस ने रैली के बीच ही ट्रैक्टर पर चढ़कर मुख्यमंत्री के मुखौटे वाला पुतला उतारने की कोशिश की। इसपर माहौल गरमा गया और लोग नारेबाजी करने लगे। सैलाना नगर परिषद अध्यक्ष लक्की शुक्ला ने कहा कि किसानों की समस्या पुलिस-प्रशासन को क्यों नहीं दिख रही है। उन्होंने पुलिस कर्मियों से कहा कि वे सभी शांतिपूर्वक अपना दर्द दिखाना चाहते हैं, इसलिए किसानों का साथ दें। हालांकि पुलिसकर्मियों ने सीएम के मुखौटे वाला पुतला उतार दिया, लेकिन किसानों ने दूसरा पुतला हटाने से मना कर दिया। हल्की बहस के बाद जमकर नारेबाजी करते हुए रैली के साथ किसान एसडीएम आॅफिस पंहुचे।
अन्नदाता की स्थिति जिले में खराब
एसडीएम आॅफिस के बाहर भी धरने पर बैठ गए। इसे संबोधित करते हुए श्री गेहलोत ने कहा कि आज किसान, गरीब, युवा, आदिवासी, अल्पसंख्यक, महिलाएं ये वो वर्ग है जो भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा परेशान है। इनके खिलाफ लगातार अन्याय और अत्याचार हो रहा है। जिले में खाद के लिए, किसानों को लाईनों में घंटों लगता पड़ रहा है। बाजना में एक महिला छोटे से बच्चे को लेकर लाईन में खड़ी रही। अन्नदाता किसान की स्थिति खराब है।
एसडीएम से कहा सुधारें ये व्यवस्था
प्रदर्शन के बाद जब एसडीएम ज्ञापन लेने पंहुचे तो श्री गेहलोत ने ज्ञापन सौंपने के साथ ही कहा कि कुछ व्यवस्थाएं तुरंत सुधारी जाएं। शिवगढ़ बड़ा है वहां वितरण केंद्र बनाया जाना चाहिए। खाद की कालाबाजारी रुके, साथ ही क्षेत्र की 12 सोसायटी हैं वहां नगद व्यवस्था हो जाए तो भीड़ का बंटवारा हो जाएगा और किसानों को सुविधा होगी। एक दिन में 10 बार बिजली कटौती होती है। रात 2-3 बजे किसान को मोटर चलानी पड़ रही है।
हाल में गेहलोत ने दिया इस्तीफा
उल्लेखनीय है कि हाल ही में श्री गेहलोत ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा हाईकमान को भेजा है। उनके साथ कुछ और नेताओं ने भी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद ऐसा किया है, हालांकि इसमें कारण पारिवारिक बताए गए थे। पंरतु प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। इस पेशकश के बाद ये गेहलोत का पहला बड़ा प्रदर्शन है।