कितनी सस्ती हो गई है जिंदगी, बस इसलिए निमर्मता से कर दी थी दिवेल में किसान की हत्या .... 

Ratlam Police SP revealed to The Media the actual reason behind the killing of a farmer in Village Divel. He said that the murder was planned by a rival and executed by other two.

Nov 14, 2024 - 15:08
Nov 14, 2024 - 15:09
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कितनी सस्ती हो गई है जिंदगी, बस इसलिए निमर्मता से कर दी थी दिवेल में किसान की हत्या .... 
Ratlam divel hatyakand


रतलाम @newsmpg।  इंसान में लालच और गुस्सा दोनों किस कदर बढ़ता जा रहा है, इसका बुरा उदाहरण जिले में फिर देखने को मिला है। 9 नवंबर को धामनोद चौकी के ग्राम दिवेल में सो रहे किसान की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसपी अमित कुमार के निर्देशन में पुलिस ने हत्याकांड की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी के साथ हमला करके जान लेने वाले दो आरोपियों का भी पर्दाफाश किया है जिन्होंने चंद रुपयों के लिए किसान की जान ले ली। 
एसपी अमित कुमार ने पत्रकार वार्ता में मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिवेल में कमलसिंह देवड़ा ने पुलिस को बताया था कि उसके भाई हिम्मतसिंह की उसी के खेत पर सोते वक्त जघन्य हत्या कर दी गई है। जांच के लिए एएसपी राकेश खाखा के निर्देशन, एसडीओपी सैलाना नीलम बघेल के मार्गदर्शन, थाना प्रभारी सैलाना आरपी सारस्वत के नेतृत्व में टीम बनाई। टीम ने पड़ोसियों और अन्य लोगों से बयान लिए और घटनास्थल पर फोरेंसिक और साईबर टीम के साथ सूक्ष्मता से सुराग एकत्रित किए। इसपर पता चला कि मृतक  का पड़ोसी विजयसिंह पिता चतरसिंह उम्र 36 साल निवासी दिवेल के साथ सेड़े को लेकर विवाद चल रहा था। जब विजयसिंह से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने अपराध करना स्वीकार लिया। 

ऐसे करवाई हत्या

एसपी कुमार ने बताया कि सेड़े के विवाद में उसने दीपक पिता गिरधारी सुनेर निवासी रेल नगर और जसवंत उर्फ जस्सू निवासी रतलाम को हिम्मतसिंह को मारने को कहा। मोबाइल पर उसके सबूत भी मिले हैं। 8 नवंबर की रात करीब 8 बजे दीपक और जस्सू विजय के कहने पर हिम्मत के खेत पंहुचे और वहां छुपकर उसका इंतजार करने लगे। उन्हें मोबाइल पर विजय द्वारा हिम्मत की लोकेशन बताई जा रही थी। हिम्मतसिंह अपने खेत पंहुचा और खाट पर सो गया तब छुपे हुए दीपक और जस्सू ने उसके साथ जमकर मारपीट करते हुए जान ले ली। हत्या में मृतक के हाथ, पैर अन्य कई हड्डी आदि टूट गई थीं। एसपी ने बताया कि दीपक पहले से हिस्ट्रीशीटर है। दीपक और जस्सू फिलहाल पुलिस फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। 

इनकी रही भूमिका

मामले में बिलपांक थाना प्रभारी अय्यूब खान, सैलाना थाना प्रभारी सारस्वत, धामनोद चौकी प्रभारी आनंद बागवान, प्र आर दिलीप देसाई, संदीप भदौरिया, विकास पालीवाल, माखन सुरमा, मुकेश घाणेवार, प्रदीप दामा, दशरथ आटोरिया, सतीश परमार, मनमोहन शर्मा, लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, हिम्मत सिंह, विपुल भावसार, मयंक व्यास, राहुल पाटीदार, तुषार सिसोदिया, अभिषेक पाठक आदि की भूमिका रही। 

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