मूक-बधिर बच्चियों को बनाता था शिकार, जब कंसने लगा शिकंजा तो ले ली खुद की जान
- पुलिस को मिले सबूत हुसैन टेकरी के अलावा 4 साल पहले दूसरी दरगाह पर भी बच्ची को बनाया था शिकार
रतलाम @newsmpg। जिले में हैवानियत भरे मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोपी गरीब, मूक-बधिर छोटी बच्चियों को अपनी हैवानियत का शिकार बनाता रहा। जब उसे लगा कि पुलिस उसतक पंहुच रही है तो उसने खुद ही अपनी जान ले ली। दो मामलों में डीएनए सैम्पल से बच्चियों के साथ ज्याददती की पुष्टि भी हो गई है। लेकिन पुलिस को शंका है कि सीरियल रेपिस्ट ने और भी मूक बच्चियों, किशोरियों को अपना शिकार बनाया हो सकता है।
एसपी अमित कुमार ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि 8-9 अगस्त 2024 को हुसैन टेकरी क्षेत्र में मूक-बधिर बच्ची के साथ हए दुष्कर्म की जांच के दौरान हैरान करने वाले साक्ष्य मिले। आरोपी फणजी ने न केवल इस मूक के साथ बल्कि इसके 4 पहले भी अन्य मूक-बधिर छोटी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था। पूरी आशंका है कि आरोपी के द्वारा और भी वारदात की गई हों। इसके लिए ऐसे ही करीब 7 और अनसुलो मामलों में भी प्राप्त साक्ष्यों की जांच की जा रही है।
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उठा ले गया था मां के पास सो रही बच्ची
जावरा में 8 और 9 अगस्त की दरमियानी रात को मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। पीड़िता का परिवार हुसैन टेकरी क्षेत्र के पास खेत में झोपड़ी बनाकर रहता था। पीड़ित बालिका बोलने और सुनने में असमर्थ है। इसका फायदा उठाकर आरोपी रात में बालिका को अपने साथ घर से उठाकर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद छोड़कर भाग निकला था। मूक-बधिर बच्ची ने सुबह पूरी घटना अपनी मां को इशारों में बताई थी। मां उसे लेकर औद्योगिक थाना जावरा पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई गई थी। बच्ची को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया था।
करीब 100 कैमरों को खंगलने पर मिला सुराग
बालिक बोलने में असमर्थ हैं, ऐसे में आरोपी की पहचान करना और भी मुश्किल था। पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए 3 टीमें गठित की थी। पहली टीम ने आसपास के करीब 100 सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के साथ साइबर की मदद ली। दूसरी टीम ने मुखबिरों से जानकारी इकट्ठा की। तीसरी टीम ने पुराने अपराधों और इस तरह के अपराधियों की रीसर्च शुरु की। इस बीच एक कैमरे में पुलिस को सुराग मिला। एक आरोपी टार्च जलाकर घटनास्थल की तरफ उसी रात में आते हुए दिखा। संदेही की पहचान और आने-जाने का रास्ता तलाशने के लिए फिर कड़ी मेहनत की गई। आरोपी की पहचान फणजी पिता नाथू गणावा निवासी अमरपुरा थाना सरवन के रूप में हो गई।
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जहर पीकर की आत्महत्या
एसपी ने बताया कि आरोपी के बारे में आस पास वालों से पूछताछ की गई तो संदेह गहराने लगा। लेकिन दबशि में आरोपी अपने घर, हाल मुकाम पर नहीं मिल रहा था। इस बीच पुलिस ने उसके रिश्तेदारों का डीएनए सेम्पल लेकर पीड़ित बालिका से प्राप्त सैम्पल से मैच किया तो साबित हो गया कि दुष्कर्म फणजी ने किया है। इसी बीच 24 अगस्त को थाना सरवन के ग्राम गायरीपाड़ा में बूधन नदी के पास आरोपी फणजी का शव पड़ा होने की सूचना मिली। पुलिस ने पीएम करवाया और इसका भी डीएनए मैच करवाने के लिए लैब में भेजा गया।
4 साल पहले भी की थी ऐसी ही करतूत
एसपी ने बताया कि करीब चार साल पहले जावरा शहर थाना अन्तर्गत मामू साहब की दरगाह पर भी इसी तरह से एक छोटी सी मूक-बधिर बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया था। इसके आरोपी अब तक सामने नहीं आए थे। इस बीच जांच के दौरान पुलिस को सुराग लगे कि फणजी द्वारा पूर्व में भी दुष्कर्म किये जाने की आशंका है। इसपर पु्िलस ने फणजी के डीएनए को उस मामले में लिए गए सैम्पल से मैच किया तो वह दुष्कर्म भी इसी के द्वारा करने की पुष्टि हो गई।
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