"थाने में हुई पूछताछ या कुछ और? सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, SP ने मांगी 3 दिन में रिपोर्ट"
रतलाम में वायरल वीडियो पर SP ने जांच के आदेश दिए। पुलिस पर पूछताछ में सख़्ती के आरोप लगे। विद्यार्थी संगठन ने ज्ञापन सौंपा।

रतलाम@newsmpg। रतलाम जिले के औद्योगिक क्षेत्र थाने में चोरी की जांच के दौरान कुछ युवकों से हुई पूछताछ अब सुर्खियों में है। एक वायरल वीडियो में पुलिस पर पूछताछ के दौरान सख़्ती बरतने के आरोप सामने आए हैं, जिसे लेकर पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए तीन दिन के भीतर पूरी घटना की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
इस मामले में भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा संगठन ने भी ज्ञापन देकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। इसे में घटनाक्रम की सच्चाई का पता लगाने के लिए एसपी अमित कुमार ने मंगलवार रात के आदेश दिए हैं।
93 वर्षीय वृद्धा के कंगन चोरी
18 जुलाई की सुबह लगभग 4:30 बजे एक 93 वर्षीय वृद्ध महिला का सोने का कंगन अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोरी कर लिया गया। थाना औद्योगिक क्षेत्र में दर्ज शिकायत पर धारा 303(2) बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया और जांच प्रारंभ हुई।
थाना पुलिस के अनुसार, फरियादी द्वारा जताए गए संदेह के आधार पर अगले दिन कुछ युवकों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया था और यह प्रक्रिया मामले की जांच के हिस्से के रूप में की गई थी।
वायरल वीडियो से बदली तस्वीर
घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें आरोप लगाया गया कि पूछताछ के दौरान पुलिस ने कुछ छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ ज़रूरत से ज्यादा सख़्ती बरती। वीडियो में पुलिसकर्मियों पर मारपीट के आरोप लगाए गए और कंगन लाकर देने का दबाव बनाने के आरोप भी लगाए गए।
SP ने तीन दिन में मांगी विस्तृत रिपोर्ट
जैसे ही मामला सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आया, उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक (अजाक) को जांच सौंपी और निर्देशित किया कि पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष और विस्तृत जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
बीपीवीएम ने दिया ज्ञापन
भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा के बैनर तले संगठन के पदाधिकारी रतलाम कलेक्टरेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने SP के नाम ज्ञापन सौंपते हुए वायरल वीडियो में सामने आई घटना पर आपत्ति जताई और पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। ज्ञापन में कहा गया कि थाने में पूछताछ के दौरान युवाओं के साथ की गई कथित सख़्ती गंभीर चिंता का विषय है, और इस संबंध में जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए।
आगे की कार्रवाई रिपोर्ट पर निर्भर
अब सभी की निगाहें उस जांच रिपोर्ट पर हैं, जो तीन दिन के भीतर प्रस्तुत की जाएगी। यदि किसी स्तर पर नियमों से विचलन सामने आता है, तो कार्रवाई तय मानी जा रही है। वहीं अगर पुलिस की कार्यप्रणाली जांच में उचित पाई जाती है, तो अफवाहों पर भी विराम लगेगा।
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