जिले के दो विधायक एक तरफ विधानसभा में भवनविहीन आंगनवाड़ियों का उठा रहे मुद्दा, वहीं दूसरी ओर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने ही कर रखा है भवन पर निजी कब्जा
जिले की आंगनवाड़ी व्यवस्था को लेकर विडंबनापूर्ण स्थिति सामने आई है। जहां एक ओर रतलाम जिले के दो विधायक मंगलवार को विधानसभा में अपने-अपने क्षेत्रों की भवनविहीन आंगनवाड़ियों का मुद्दा उठा रहे थे, वहीं दूसरी ओर जिले के जावरा क्षेत्र की एक आंगनवाड़ी पर कार्यकर्ता के कब्जे की शिकायत कलेक्टर तक पहुंच चुकी थी।

रतलाम |जिले की आंगनवाड़ी व्यवस्था को लेकर विडंबनापूर्ण स्थिति सामने आई है। जहां एक ओर रतलाम जिले के दो विधायक मंगलवार को विधानसभा में अपने-अपने क्षेत्रों की भवनविहीन आंगनवाड़ियों का मुद्दा उठा रहे थे, वहीं दूसरी ओर जिले के जावरा क्षेत्र की एक आंगनवाड़ी पर कार्यकर्ता के कब्जे की शिकायत कलेक्टर तक पहुंच चुकी थी।
574 आंगनवाड़ी केन्द्र अब भी भवन विहीन
विधानसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि सैलाना विधानसभा में 371 आंगनवाड़ी केन्द्र भवनविहीन हैं, जिनमें से 241 केन्द्र फिलहाल किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं। वहीं, जावरा क्षेत्र में 203 आंगनवाड़ी केन्द्रों के पास खुद का भवन नहीं है और दो केन्द्र जर्जर अवस्था में हैं।
गांव में आंगनवाड़ी भवन को बनाया निजी गोदाम
इधर, ग्राम पंचायत आम्बा के ग्राम जाम्बूडाबरा में एक आंगनवाड़ी भवन में कार्यकर्ता द्वारा निजी सामान रखकर भवन पर कब्जा किए जाने की शिकायत सरपंच और पंचों ने जनसुनवाई में की। शिकायत के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता पति ईश्वरलाल पूर्व में पंचायत के नोटिस के बाद भी भवन से सामान नहीं हटाया।
प्रशासन की अनदेखी पर नाराज़गी
जनप्रतिनिधियों ने प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए मांग की है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी इस पर तत्काल कार्यवाही करें। कलेक्टर ने भी जनसुनवाई के दौरान विभागीय अधिकारी को निर्देश दिए हैं।
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