“ऐसी समस्या कि गुहार लगाने 16 किमी पैदल चल पड़े बच्चे, रास्ते में ही कलेक्टर ने सुनी पीड़ा”

सैलाना के एकलव्य आदिवासी छात्रावास की बदहाल व्यवस्था से परेशान दसवीं से बारहवीं तक के छात्र 16 किमी पैदल चलकर रतलाम कलेक्टर से मिलने निकल पड़े। भोजन, गणवेश और शौचालय की बदइंतजामी से नाराज़ बच्चों से डेलनपुर के पास खुद कलेक्टर ने सड़क पर चर्चा की और समाधान का भरोसा दिलाया।

Jul 29, 2025 - 14:26
Jul 29, 2025 - 14:41
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“ऐसी समस्या कि गुहार लगाने 16 किमी पैदल चल पड़े बच्चे, रास्ते में ही कलेक्टर ने सुनी पीड़ा”
Tribal Students Protest Madhya Pradesh

रतलाम। न ठीक से भोजन, न उचित गुणवत्ता की ड्रेस, न साफ शौचालय। समस्याओं से परेशान सैलाना एकलव्य आदिवासी छात्रावास के बालक पैदल सैलाना से 16 किलोमीटर दूर रतलाम के लिए पैदल निकल पड़े। सूचना मिलने पर डेलनपुर से आगे कलेक्टर राजेश बाथम भी पहुंचे और सड़क के किनारे ही उन्होंने करीब 30 मिनट तक बच्चों से चर्चा की। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी भी यहीं मौजूद रहे।

सैलाना एकलव्य आदिवासी छात्रावास के दसवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी निकले थे। पैदल आ रहे हैं छात्रों ने बताया कि छात्रावास में भोजन की गुणवत्ता बेहद ही खराब है। पूरे छात्रावास और विशेष कर शौचालय में अत्यधिक पानी टपकता है। छात्रावास के विद्यार्थियों को गणेश बेहद निम्न गुणवत्ता के मिले हैं पिछले साल भी इसी गुणवत्ता के और मात्र एक-एक ड्रेस मिले थे। इसके अलावा भी कई सारी समस्याएं हैं जिन्हें लेकर वे कलेक्टर से मिलने की उम्मीद में पैदल ही निकल पड़े थे।

बिना रुके, 12 किमी चले आए

विद्यार्थियों के आने की सूचना मिलते ही एसडीएम मनीष जैन, एसडीओपी नीलम बघेल, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग रंजना सिंह, सहित कई अन्य अधिकारी और अधीक्षक आदि बच्चों के पीछे अपने वाहनों से चलते रहे। अधिकारियों ने रास्ते में बच्चों को रोकना चाहा लेकिन बच्चों ने रुकने के बजाय सीधे रतलाम जाने की बात कही और चलते रहे।

कलेक्टर ने बीच सड़क सुना  

ग्राम डेलनपुर के समीप कलेक्टर राजेश बाथम रतलाम से पहुंचे उन्हें देखते ही बच्चे रुक गए। कलेक्टर ने सड़क किनारे उतर कर बच्चों से बात की। बच्चों ने उन्हें बताया कि छात्रावास की समस्याओं को लेकर वे पिछले साल से स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाकर बैठे हैं लेकिन कोई निराकरण नहीं होने पर उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि उन्हें ना तो खाने योग्य भोजन मिलता है न ही बिस्तर, सफाई स्थान है जहां वे बैठकर सो सके या पढ़ सके। 

बनेगी कमेटी

इस पर कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि छात्रों की एक कमेटी दो दिन में एटीएम के नेतृत्व में गठित की जाएगी आगे से गणवेश तथा अन्य संसाधनों की खरीदी कमेटी के माध्यम से होगी। कलेक्टर ने उन्हें बाकी अन्य व्यवस्थाएं भी तुरंत सुचारु करवाने काआश्वासन दिया। करीब 30 मिनट हुई चर्चा के दौरान कलेक्टर ने उनसे समस्याओं को समझा और उन पर अधिकारियों को उचित निराकरण करने के निर्देश दिए। 

बस से पहुंचाया वापस

अंत में चर्चा के बाद कलेक्टर ने बस से उन्हें वापस पहुंचाने के निर्देश दिए इसके बाद बस की व्यवस्था करके सभी बच्चों को बैठक छात्रावास रवाना किया गया कलेक्टर ने उन्हें उचित नाश्ता और भोजन आदि करवाने के भी निर्देश दिए।

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