रतलाम में ट्रैफिक सुधार की दस्तक, कलेक्टर-एसपी उतरे सड़क पर— कई चौराहों से हटेंगे अतिक्रमण, बदल सकता है रूप
रातलाम में ट्रैफिक अव्यवस्था के बीच अब बड़ा बदलाव तय है। कलेक्टर मीशा सिंह और एसपी अमित कुमार ने मंगलवार सुबह निरीक्षण कर दो-स्तरीय ट्रैफिक सुधार योजना की शुरुआत की। सिंहस्थ से पहले शहर में अतिक्रमण हटाने और सड़क चौड़ीकरण की तैयारी तेज़।
Ratlam@newsmpg।। शहर की जटिल ट्रैफिक व्यवस्था और बढ़ते अतिक्रमण के बीच अब बड़ा बदलाव दिखने के संकेत हैं। मंगलवार सुबह कलेक्टर मीशा सिंह ने एसपी अमित कुमार, निगम आयुक्त अनिल भाना और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ शहर के प्रमुख मार्गों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान सड़क की चौड़ाई, अवैध पार्किंग, अस्थायी अतिक्रमण और यातायात दबाव की वास्तविक स्थिति का जायज़ा लिया गया। निरीक्षण के दौरान निगम अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि प्रमुख मार्गों पर बने अस्थायी ढांचे हटाने के साथ-साथ फुटपाथों को साफ-सुथरा रखा जाए। सार्वजनिक स्थलों पर अवैध पार्किंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी तेज़ होगी।
दो स्तर पर होगा काम
कलेक्टर ने कहा कि अब ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए दो-स्तरीय योजना पर काम शुरू होगा — पहले चरण में मुख्य मार्गों से अतिक्रमण हटाए जाएंगे और सड़कों को चौड़ा किया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में ट्रैफिक मैनेजमेंट को स्थायी रूप से व्यवस्थित किया जाएगा। इसमें जनप्रतिनिधियों और स्थानीय निकायों की भी भागीदारी रहेगी।
जनप्रतिनिधि भी होंगे शामिल
निरीक्षण के बाद कलेक्टर मीशा सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा “रातलाम की सड़कों पर अब केवल मरम्मत नहीं, व्यवस्था का पुनर्गठन होगा। यह काम समन्वय और सख्ती दोनों से किया जाएगा। इसके लिए जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर निर्णय होगा।”
ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित
एसपी अमित कुमार ने बताया कि जिन स्थानों पर सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं, उन्हें ब्लैक-स्पॉट के रूप में चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “सुरक्षित आवागमन हमारी प्राथमिकता है। दुर्घटना-संभावित क्षेत्रों पर फोकस करके ट्रैफिक का दबाव घटाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।”
सिंहस्थ की तैयारियों पर भी नजर
आने वाले उज्जैन सिंहस्थ-2025 के दौरान शहर में भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष योजना बनाई जा रही है। प्रशासन का मानना है कि सिंहस्थ की अवधि में रतलाम से गुजरने वाले वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी। संभव है कि कुछ वाहन बाजार भी आए। इसी के मद्देनजर वैकल्पिक मार्ग, पार्किंग-जोन और इमरजेंसी रूट तय किए जा रहे हैं।
अगर यह योजना सफल रही...
तो रतलाम की सूरत बदल सकती है — जाम से राहत, सुगम आवागमन और साफ-सुथरे मार्ग शहर को नई पहचान दे सकते हैं। प्रशासनिक स्तर पर यह अब तक की सबसे संगठित पहल मानी जा रही है।