आबूधाबी में गूंजेगी भारत की आवाज, वर्ल्ड स्कूल समिट में वक्ता के रूप में शामिल होंगे गजेंद्र सिंह राठौर

रतलाम के प्रसिद्ध शिक्षाविद् और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित गजेन्द्र सिंह राठौड़ अबू धाबी में आयोजित World Schools Summit 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वे “Driving High Performances in Schools” विषय पर पैनल डिस्कशन में वक्ता होंगे। भारत से अकेले चयनित स्पीकर के रूप में वे टी4 एजुकेशन के CEO विकास पोटा और अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों के साथ मंच साझा करेंगे।

आबूधाबी में गूंजेगी भारत की आवाज, वर्ल्ड स्कूल समिट में वक्ता के रूप में शामिल होंगे गजेंद्र सिंह राठौर
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- 2024 में विश्व में नम्बर वन स्कूल बने सांदिपनी सीएम राइज विनोबा के उपप्राचार्य हैं गजेन्द्र सिंह राठौर

रतलाम@newsmpg। रतलाम से एक बार फिर भारत के लिए गौरव का अवसर है। शहर के प्रसिद्ध शिक्षाविद् और राष्ट्रपति अवॉर्ड से सम्मानित सांदिपनी सीएम राइज विनोबा के उपप्राचार्य गजेन्द्र सिंह राठौर अब विश्व शिक्षा जगत में भारत की प्रतिनिधित्व करेंगे। 
लंदन में स्थापित वैश्विक संस्था टी-4 एजुकेशन द्वारा आबू धाबी में वर्ल्ड स्कूल समिट का आयोजन 15 और 16 नवम्बर को अबूधाबी (संयुक्त अरब अमीरात) के यास्मीना ब्रिटिश एकेडमी में होगा। इस समिट में दुनिया भर के 75 देशों के लगभग 800 से अधिक शिक्षा से जुड़े, यूनेस्को प्रतिनिधि,शिक्षा मंत्री,सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं सहित 50 स्पीकर चयनित किये गए है। इस समिट में रतलाम के सांदीपनि विद्यालय विनोबा के उप-प्राचार्य एवं अंतराष्ट्रीय शिक्षाविद गजेन्द्र सिंह राठौर का चयन स्पीकर के रूप में हुआ है।

नवाचारों पर वैश्विक मान्यता 

वे वहां "ड्राइविंग हाई परफॉर्मेंसेस इन स्कूल्स " पर टी फॉर एजुकेशन के सी ई ओ विकास पोटा के साथ वैश्विक मंच पर पैनल डिसकशन में भाग लेंगे। उनके साथ ब्राजील की शीर्ष पत्रकारिता एजेंसी पोरवीर की प्रमुख तातियाना क्लिक्स, विल कैम्बेल फॉउंडिंग हेड फ्रेंकलिन स्कूल यू एस ए, गेमा थोरने आर्बर स्कूल दुबई चर्चा-सत्र में भाग लेंगे। इस समिट में भारत से वे अकेले स्कूल लीडर है जो स्पीकर के रूप में चयनित हुए हैं। गजेन्द्र सिंह राठौर के "साइकल आॅफ ग्रोथ मॉडल" और "ब्रूडिंग मॉडल इन एजुकेशन" सहित कई नवाचारों को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली हुई है।

स्कूल ने भी रचा अद्वितीय कीर्तिमान

गजेन्द्र सिंह राठौर वर्ष 1995 से सरकारी विद्यालयों में अध्यापन और शैक्षिक नेतृत्व के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उनके नेतृत्व और टीम की मेहनत से सांदीपनी सी. एम. राइज विद्यालय रतलाम ने वर्ष 2024 में टी-4 एजुकेशन की विश्व के सर्वश्रेष्ठ विद्यालय पुरस्कार प्रतियोगिता में नवाचार श्रेणी (इनोवेशन कैटेगरी) में प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह उपलब्धि केवल रतलाम या मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के सरकारी विद्यालयों के लिए मील का पत्थर सिद्ध हुई।

नवाचार के लिए देशभर में पहचान

गजेंद्र सिंह राठौर को भारत में शिक्षकों को मिलने वाले सर्वोच्च सम्मान राष्ट्रपति पदक से 2017 में सम्मानित किया गया है। इसके पहले वर्ष 2016 में वे मध्यप्रदेश के नवाचारशील विज्ञान शिक्षक चुने गए। वे राज्य स्तर पर विद्यालय प्रबंधन के मास्टर प्रशिक्षक हैं और शिक्षा नेतृत्व, नवाचार एवं शैक्षणिक संसाधन विकास पर कई प्रशिक्षणों और प्रकाशनों में योगदान दे चुके हैं। वे अपने अनोखे वैज्ञानिक दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध हैं। पिछले ग्रामीणों इलाकों में चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या और सामाजिक कार्यों में दशकों से सक्रिय हैं। विज्ञान आधारित यूट्यूब चैनल के आज लाखों सब्सक्राइबर हैं, जो रोचक तरीकों से नि:शुल्क सांइस शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।