किसानों से चौतरफा जबरन वूसली, न पीने को पानी न बिस्तर, किसान नेताओं ने मंडी पंहुचकर जताया आक्रोश, 21-22 को होगा बड़ा आंदोलन 

गेंहू की बंपर आवक शुरु होने के बाद भी मंडी में किसानों के लिए व्यवस्था नहीं होने पर मंगलवार को हंगामा हुआ। तुलवाई, हम्माली में किसानों से जबरन  डबल वसूली के विरोध में किसान नेताओं ने आक्रोश जताया

Mar 15, 2022 - 15:14
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रतलाम। गेंहू की बंपर आवक शुरु होने के बाद भी मंडी में किसानों के लिए व्यवस्था नहीं होने पर मंगलवार को हंगामा हुआ। तुलवाई, हम्माली में किसानों से जबरन  डबल वसूली के विरोध में किसान नेताओं ने आक्रोश जताया। मंडी प्रशासन और व्यापारियों द्वारा मिलीभगत करके लाखों रुपए का हेरफेर का आरोप भी लगाया। किसान संघ ने चेतावनी भी दी है कि अगर एक सप्ताह में व्यवस्था नहीं सुधरी तो मंडी में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। 

किसान नेता और जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष डीपी धाकड़, युवा किसान संघ के जिलाध्यक्ष राजेश पुरोहित करमदी सहित बड़ी संख्या में किसानों ने मंगलवार को विरोध जताया। श्री पुरोहित ने बताया कि किसानों को मंडी में बड़े तौलकाटा पर फसल तौलने के बाद भी व्यापारी नीलामी के बाद गोदामों पर लगे सॉलवेक्स पर भेज रहे हैं। यहां तक जाने का भाड़ा, सॉलवेक्स पर दोबारा तुलवाई के प्रति क्विंटल 500-700 रुपए, हम्माली भी किसानों से ही वसूली जा रही है। गेंहू भी कम करके काट रहे हैं, उसका भुगतान भी नहीं किया हो रहा। मंडी अधिनियम के तहत मंडी में गाड़ी आने के बाद यहीं पर तुलवाई होनी चाहिए। यहीं पर पैसा मिलना चाहिए। खुलेआम मनमानी के बावजूद मंडी प्रशासन देखने को तैयार नहीं है। 


शिकायत पर धमका रहे व्यापारी 

गेंहू लेकर पंहुचे अर्जुन जाट ने बताया दो दिन पहल 34 क्विंटल गेंहू लेकर आया था। मंडी में लाने के बाद भी व्यापारी ने गोदाम पर दोबारा तुलवाई प्रति क्विंटल 500 रुपए, रखने के लिए हम्माली ली। 10 किलो गेंहू काटकर भुगतान भी नहीं किया गया। किसान मंगलवार को मंडी कार्यालय में शिकायत लेकर पंहुचा तो व्यापारी ने भुगतान कर दिया, लेकिन धमकी दी कि आगे से माल नहीं खरीदा जाएगा। 


न पानी न बिस्तर, 21-22 को करेंगे घेराव 

किसान नेता श्री धाकड़ ने कहा कि रतलाम, जावरा आदि सभी मंडियों में 500 गाड़ी तक प्रतिदिन आ रही हैं। बावजूद इसके किसानों के लिए पर्याप्त पेयजल, बिस्तर तक का प्रबंध नहीं है। तुलवाई, हम्माली, गोदाम तक जबरदस्ती भेजने का भाड़ सब किसानों से खुलेआम वसूला जा रहा है। श्री धाकड़ ने आरोप लगाया कि मंडी प्रशासन, कर्मचारियों, व्यापारी आदि सभी मिलकर करीब 5 लाख रुपए का हेरफेर कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि व्यवस्था नहीं सुधरी तो 21 व 22 मार्च को मंडी में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। 

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