राहुल गांधी ने रतलाम में आते ही भरी सभा में ली परीक्षा - जानिये किससे और क्या पूछा और कितने दिए अंक
न्याय यात्रा लेकर आए गांधी का काफिला सातरूंडा से जिले में प्रवेश हुआ। रतलाम शहर में उन्होंने महू रोड पर नुक्कड़ सभा भी ली और फिर सैलाना के लिए रवाना हुए। इस दौरान महू रोड पर काफिले के आने से पहले ही हजारों नेता और सामान्य कार्यकर्ता तथा समर्थक इंतजार करते रहे।
रतलाम@newsmpg
आप बताईये कि देश में पिछड़ा वर्ग के लोगों की कुल जनसंख्या कितने प्रतिशत है? क्या आप जानते हैं कि पिछले 9 सालों में नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के 100 उद्योगपतियों का कितना कर्ज माफ किया है? नहीं पता, मैं बताता हूं। मोदीजी ने केवल 100 लोगों का 16 लाख करोड़ रुपए का कार्ज माफ कर दिया है। यह 24 साल की मनरेगा का बजट था जिसे नरेंद्र मोदी ने 100 लोगों को दे दिया है। अब बताईये किसानों का कितना कर्ज माफ हुआ?
यह सवाल कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने रतलाम से पूछे। गांधी पहली बार न्याय यात्रा लेकर रतलाम आए। सातरूंडा से राहुल गांधी के काफिले का जिले में प्रवेश हुआ। खुली जीप में राहुल के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधायक कांतिलाल भूरिया भी साथ रहे। मंदसौर, धार, ााबुआ, अलीराजपुर, खरगौन आदि के नेता भी काफिले के पीछे रतलाम पहुंचे। उनके वाहन के पीछे दर्जनों वाहनों के काफिले के साथ शहर में रोड शो भी हुआ जो सैलाना पंहुचा।
तीन बार बंद हुआ माइक
महू रोड पर संबोधन के दौरान गांधी स्थानीय माइक व्यस्था से परेशान दिखे। पहले तो वोलेंटियर नहीं होने से लोग धक्कामुक्की करते रहे और माइक तक छीन गिरता पड़ता रहा। यही माइक जब राहुल गांधी को थमाया गया तो उनके संबोधन के दौरान भी माइक तीन बार बंद हुआ। गांधी को कहना भी पड़ा कि आप सभी लोग शांत होकर सुनें यहां माइक बहुत अच्छा नहीं है।
राहुल के पास पंहुचने को करते रहे कोशिश
सातरूंडा और फिर धराड़ में उनका स्वागत किया गया। रतलाम के महू रोड पर गांधी ने नुक्कड़ सभा को भी संबोधित किया। भारी पुलिस व्यवस्था, स्पेशल फोर्स, दिल्ली के वॉलेंटियर्स के बावजूद उपस्थित लोग उनके करीब जाने को आतुर होकर कोशिश करते रहे। पुलिस को लोगों को पीछे हटाने में मशक्कत करनी पड़ी। गांधी ने इस बीच भीड़ में मौजूद बच्चों को पास बुलाकर दुलार किया और गाड़ी में अपने साथ बैठाकर फोटो भी लिए।
ऐसा रहा इंतजार का माहौल
राहुल गांधी का काफिला आने के पहले ही महू रोड पर हजारों की भीड़ उनका स्वागत करने के लिए खड़ी रही। भीड़ में रतलाम से ज्यादा ग्रामीण, सैलाना, आलोट और ााबुआ आदि जिलों से आए लोगों की भीड़ रही। शहर के नेता ही दिखे, कार्यकर्ताओं का हर बार की तरह अभाव रहा। महू रोड पर हजारों की भीड़ हाथों में ांडे थामे इंतजार करती रही, जिसमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं भी थे।
अलीराजपुर से आए आदिवासियों की टीम ने सुंदर नृत्य भी करते रहे।
शहर में अनेक स्थानों पर लगे मंच, लेकिन रुके नहीं
बैंक कॉलोनी, दोबत्ती से लेकर सैलाना बस स्टैंड चौराहा और राम मंदिर रोड से लेकर सज्जनमिल चौराहे तक करीब एक दर्जन स्वागत मंच लगाए गए, लेकिन राहुल गांधी का काफिला कहीं भी रुका नहीं। देरी होने की वजह से वाहन धीमा हुआ और जीप के अंदर से ही अभिवादन करते हुए राहुल रवाना हो गए।
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