पत्नी और बच्चों ने ही  फर्जी हस्ताक्षर और कूटरचित दस्तावेजों से हड़प ली जमीन , अपर तहसीलदार और पटवारी पर भी मिलीभगत का आरोप , बोदिना के किसान ने कलेक्टर को दी शिकायत, प्रकरण दर्ज करने की मांग की

फर्जी तरीके से दस्तावेज बना और झूठे हस्ताक्षर करके पत्नी और बच्चों ने ही पिता की जमीन हड़प ली। इसमें अपर तहसीलदार और पटवारी ने भी बिना कोई जानकारी दिए चारों के साथ मिलकर कानून के खिलाफ आदेश जारी कर दिया। यह शिकायत नामली तहसील के ग्राम बोदिना के एक किसान ने कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार को की है।

पत्नी और बच्चों ने ही  फर्जी हस्ताक्षर और कूटरचित दस्तावेजों से हड़प ली जमीन , अपर तहसीलदार और पटवारी पर भी मिलीभगत का आरोप , बोदिना के किसान ने कलेक्टर को दी शिकायत, प्रकरण दर्ज करने की मांग की


रतलाम। फर्जी तरीके से दस्तावेज बना और झूठे हस्ताक्षर करके पत्नी और बच्चों ने ही पिता की जमीन हड़प ली। इसमें अपर तहसीलदार और पटवारी ने भी बिना कोई जानकारी दिए चारों के साथ मिलकर कानून के खिलाफ आदेश जारी कर दिया। यह शिकायत नामली तहसील के ग्राम बोदिना के एक किसान ने कलेक्टर  को की है।
मंगलवार को जनसुनवाई में ग्राम बोदिना के राधेश्याम पिता मांगीलाल पाटीदार शिकायती आवेदन लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा। उन्होंने बताया कि वह करीब दो सालों से अपनी पत्नी स्नेहलता और बेटे पिकेंश से अलग रहता है। उसकी दो बेटियां ममता और प्रीति भी है जिनका विवाह हो गया है और वे दोनों भी माता और भाई के साथ संपर्क में हैं, लेकिन उनसे नहीं। बोदिना में ही राधेश्याम के आधिपत्य और स्वामित्व की जमीन है। इसका सर्वे कमांक 17, 18, 291, 639, 680/1 है। इसका कुल रकबा 4.860 हैक्टेयर है। पिंकेश, ममता, प्रीति पिता राधेश्याम पाटीदार एवं स्नेहलता पति राधेश्याम पाटीदार निवासी ग्राम बोदिना द्वारा मिलकर इस जमीन पर धोखाधड़ी की है।

अपर तहसीलदार और पटवारी की भी मिलीभगत
राधेश्याम ने कलेक्टर के नाम दी शिकायत में बताया कि नामली के अपर तहसीलदार और बोदिना पटवारी ने भी चारों से मिलकर धोखाधड़ी में उनकी मदद की। चारों द्वारा सहखातेदार के रूप में उसके फर्जी हस्ताक्षर करके कार्यवाही प्रस्तुत कर दी गई। उक्त कार्यवाही में बिना उन्हें सूचना दिए 22/09/2022 को उसकी भूमि पर पिंकेश, ममता, प्रीति पिता राधेश्याम पाटीदार एवं स्नेहलता का नाम दर्ज करके विधि विरुद्ध आदेश पारित कर दिया गया। भूमि के राजस्व खसरे में बिना किसी अधिकार के दर्ज कर लिए गए।

आदेश हो निरस्त, प्रकरण भी हो दर्ज
कलेक्टर को दिए आवेदन में राधेश्याम ने कहा कि तहसील न्यायालय में हुई कार्यवाही की न तो उसे जानकारी दी गई और न ही उसके हस्ताक्षर उस कार्यवाही में उन्होंने किए हैं। भूमि हथियाने के आशय से स्नेहलता, ममता, प्रीति और पिंकेश ने तहसीलदार व पटवारी से मिलकर फर्जी एवं कुटरचित प्रकरण बनाकर हेरफेर की। उन्होंने कलेक्टर से अपील की है कि भूमि के संबंध में की गई फर्जी कार्यवाही, फर्जी आदेश निरस्त किए जाएं। कुटरचित हस्ताक्षर करने एवं अवैध दान-पत्र निष्पादित करने पर दोषियों के विरुद्ध प्रकरण भी दर्ज किया जाए तथा कर कठोर कार्यवाही करवाई जाए। कलेक्टर ने मामले के निराकरण के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए है। 

जनसुनवाई में आए 51 आवेदनों के निराकरण के लिए निर्देश जारी

 जिला स्तरीय जनसुनवाई के  दौरान प्राप्त 51 आवेदनों के निराकरण हेतु अपर कलेक्टर श्री आर.एस. मण्डलोई, डिप्टी कलेक्टर श्री संजय शर्मा, श्री अनिल भाना द्वारा संबंधित विभागो के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। जनसुनवाई के दौरान ईश्वर नगर रतलाम निवासी नन्दू पिता मन्ना ने आवेदन देते हुए बताया कि प्रार्थी की एक पुश्तैनी जमीन ग्राम सरवनीखुर्द में स्थित है जिस पर प्रार्थी के पिता मन्नालाल का नाम इन्द्राज था। जमीन का बटांकन होने के बाद प्रार्थी का नाम दर्ज किया गया। नन्दू ने बताया कि प्रार्थी या उसके परिवार के किसी सदस्य द्वारा भूमि का विक्रय नहीं किया गया है, फिर भी भूम का आधा हिस्सा अन्य व्यक्ति के नाम दर्ज कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि उक्त व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार से नामान्तरण संबंधी कोई कार्यवाही नहीं की गई है, कृपया उचित कार्यवाही की जाए। आवेदन निराकरण के लिए तहसीलकार शहर को प्रेषित किया गया है।