फिर ली नीम-शीशम की बलि: निगम अमले और पार्षद प्रतिनिधि आमने-सामने, गरबा समिति पर ठीकरा; महापौर बोले- गलती हुई है

रतलाम में 12 साल पुराने नीम और शीशम के पेड़ निगम अमले ने बिना अनुमति काट दिए। पार्षद प्रतिनिधि और कर्मचारी आमने-सामने, गरबा समिति का हवाला; महापौर बोले- गलत हुआ, दोषियों पर होगी कार्रवाई।

Sep 13, 2025 - 17:58
Sep 13, 2025 - 18:04
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फिर ली नीम-शीशम की बलि: निगम अमले और पार्षद प्रतिनिधि आमने-सामने, गरबा समिति पर ठीकरा;  महापौर बोले- गलती हुई है
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रतलाम @newsmpg । पर्यावरण संरक्षण के कई आयोजन नगर निगम ने भी बीते दिनों करवाए, लेकिन पालन करो ये सम­ााना रह गया। एक बार फिर से शहर के बीचों-बीच दो हरे पेड़ काट दिए गए, वो भी बिना अनुमति, निगम के ही अमले द्वारा। खास बात है कि निगम कर्मचारी पार्षद प्रतिनिधि के कहने पर कटाई की बात बोल रहे है, जबकि प्रतिनिधि पल्ला ­ााड़ रहे हैं कि उन्होंने छटाई के लिए कहा वो भी गरबा समिति के कहने पर।

घटना की जानकारी मिलने पर महापौर दोपहर में वहां पंहुचे और कटे हुए पेड़ों की स्थिति देखी। कटाई हुई है दीनदयाल नगर मेन रोड पर शनिवार सुबह। यहां 12 साल पुराना नीम और 12-13 साल पुराना शीशम का पेड़ काट दिया गया। सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता श्रेय सोनी ने पंहुचकर नगर निगम से पेड़ काटने के लिए जारी हुई एनओसी मांगी तो कर्मचारी ने बताया कि वे स्वयं नगर निगम उद्यान विभाग में हेड माली के पद पर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्षद पति कृष्णा सोनी का फोन आया और दोनों पेड़ को काटने का आदेश दिया है, जिसपर पेड़ काट दिए गए। 

नेता के कहने पर काटे वीडियो में देखिए क्या कहते दिखे रहे हैं हेड माली, (पहले चैनल को सबस्क्राइब जरूर करें) --

पंचनामे में छटाई, कटाई दोनों-

शिकायत पर वृक्ष अधिकारी के रूप में अनिल पारा पंहुचे और पंचाना बनाया। इसमें उल्लेख किया है कि निरीक्षण में पाया है कि वार्ड पार्षद प्रतिनिधि कृष्णा सोनी द्वारा गरबा पांडाल में आ रहे पेड़ की छटाई नगर निगम की टीम से करवाई गई जिसमें शीशम और नीम के पेड़ हैं। लेकिन हेड माली ने बताया कि सोनी के कहने पर ही पेड़ काटे गए हैं। मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि गरबा समिति की बात कही जा रही है, लेकिन असल कारण पीछे के भवन हैं, जिनके एलीवेशन और अतिक्रमण में पेड़ बाधक थे। 

मैनें छटाई के लिए कहा- कटाई गलत

मामले में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष और पार्षद संगीत सोनी के पति कृष्णा सोनी ने हिंदुस्तान मेल से चर्चा में कहा कि यहां 21 सालों से भव्य गरबा आयोजन होता है। लाईट लगाने के दौरान या गरबे के दौरान डाली टूटने से कोई हादसा न हो इसके लिए मैंने वृक्ष अधिकारी और हेड माली को फोन पर केवल छटाई करने के लिए कहा था। मैं आज रतलाम के बाहर हूं। सुबह वहां किसके कहने पर पूरे पेड़ काट दिए गए, मु­ो भी नहीं पता, लेकिन ये गलत हुआ है। 

महापौर ने देखी स्थिति, कहा गलत हुआ

महापौर प्रहलाद पटेल भी दोपहर में मौके पर पंहुचे। महापौर ने हिंदुस्तान मेल के साथ चर्चा में कहा कि बिगड़ते मौसम और प्रदूषण के बीच पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बहुत आवश्यक है। न केवल पार्षदों बल्कि अधिकारियों- कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गिरने की स्थिति में होने के अलावा पेड़ों को पूरे क्षेत्र में कहीं भी नहीं काटा जाएगा। महापौर पटेल ने कहा कि शनिवार सुबह हुई कटाई से वे भी दुखी है। उन्होंने आश्वस्त किया कि बिना अनुमति पेड़ों की कटाई करने वालों पर तत्काल कार्यवाही होगी। किसके कहने पर कटाई हुई है, उनके ऊपर जांच पूरी होने के बाद एक्शन लिया जाएगा।  

कान्वेंट स्कूल पर लगाया था 1 लाख का जुर्माना

उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष मित्र निवास रोड स्थित सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल के परिसर में एक बरगद के पेड़ की छटाई बिना अनुमति करवाने के मामले में महापौर प्रहलाद पटेल के आदेश पर नगर निगम ने 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही एफआईआर करवाकर भी एक्शन लिया गया है। ऐसे में सवाल है कि बाकि के मामलो में भी क्या उतनी गंभीरता से कार्यवाही देखने को मिलेगी।

रिपोर्ट आने पर होगी कार्यवाही

इस मामले में कर्मचारी के बयान और पंचनामे में क्या लिखा है, क्या कारण है, कौन से पेड़ों की कितनी कटाई हुई है, फिलहाल जानकारी नहीं है। मेरे सामने पूरी रिपोर्ट आएगी तो नियमानुसार कार्यवाही दोषियों पर की जाएगी। 
- अनिल भाना, आयुक्त, नगर निगम रतलाम। 

इन मामलों में भी है इंतजार

- पेड़ों की मनमानी कटाई का ये अकेला मामला नहीं है। इसके पहले हजारों पेड़ों की बलि गाहे-बगाहे चढ़ती ही रहती है। कानून और जुर्माना भी केवल निजी फायदे और पॉलीटिकल स्टंट के रूप में ही होता है। 
- साल 2022-23 में नगर निगम परिसर में ही दर्जनों हरे पेड़ काट दिए गए थे, जिन्हें छटाई का नाम दिया गया था। कई पक्षी और बारिश में अंडे भी मर गए थे। 
विरोध भी खूब हुआ लेकिन कार्यवाही का इंतजार है। 
- साल 2022 में मित्र निवास रोड बगीचे के अंदर नीम, शीशम, गुलमोहर के पेड़ काटे गए थे। 
- 2022 में बरबड़ के समीप कॉलोनी काटने के दौरान 100 पेड़ काट दिए गए, यहां हंगामा होने पर 1 पेड़ कटाई की बात कहकर एक का जुर्माना 500 रुपए वसूल लिया गया। 
- 2023 में गोल्ड पार्क के नाम पर बारिश के बीच पक्षियों के अंडों और पक्षियों को नष्ट करते हुए फिर से 200 से ज्यादा पेड़ जिसमें पीपल, बेलपत्र शामिल थे, काट दिए गए। एफआईआर तक हुई, विरोध हुआ, कार्यवाही आज भी नहीं। 
- 2024 में साल भर ऐसे अनगिनत मामले होते रहे, 10 में शिकायत हुई, कार्यवाही एक में भी नहीं। 
- 2025 में सेजावता गांव के समीप फोरलेन के निकट 50 से ज्यादा हरे पेड़ काट दिए गए। शिकायत हुई, पंचनामा बना, कार्यवाही के लिए दोषी ही नहीं मिला। 

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