सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जब गाया गाना फूलों का तारों का... और कहा बेटे बुढ़ापे की लाठी या लट्ठ भरोसा नहीं - देखिए क्या किया महिलाओं ने

CM Shivraj Singh Chauhan Sang in Ratlam at the ladli Lakshmi program

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जब गाया गाना फूलों का तारों का... और कहा बेटे बुढ़ापे की लाठी या लट्ठ भरोसा नहीं - देखिए क्या किया महिलाओं ने

रतलाम।  फूलों का तारों का सबका कहना है एक हजारों में मेरी बहना है......प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब यह गाना रतलाम में नेहरू स्टेडियम बकाया तो माहौल बदल गया।  पोलो ग्राउंड पर लाडली बहना कार्यक्रम के मंच से सीएम शिवराज ने प्रदेश की बेटियों और बहनों की जमकर तारीफ की। 

 मंच पर चढ़ते ही शहर विधायक चेतन काश्यप, जावरा विधायक डॉ राजेंद्र पांडे, रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना, संसद गुमान सिंह डामोर आदि ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सीएम मंच पर जैसे ही संबोधित करने पंहुचे, सबसे पहले उन्होंने ये गाना सुनाया। गाना सुनते ही सभा स्थल पर कई महिलाएं मुस्कुराने लगी तो कुछ भावुक हो गई। अपने संबोधन में सीएम श्री चौहान ने कहा की हमेशा से आम परिवारों में बचपन से बेटियो के साथ अन्याय होते देखा है। बेटी पैदा होती थी तो दुख होता था। परिवार खुद ही अपनी बेटी को बोझ मानता था जबकि बेटी बचपन से बेटों के मुकाबले ज्यादा काम करती है। बेटी जब तक जिंदा रहती है उसकी सांस माता पिता के लिए चलती है ।बेटा बुढ़ापे की लाठी बनेगा या लट्ठ देगा कोई भरोसा नहीं। यह हालात देखकर लाडली लक्ष्मी योजना कब शुरू की गई तो धीरे-धीरे समाज में परिवर्तन आया। इसका परिणाम है कि आज बेटियों ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें अवसर दिया जाए तो वह बेटों के मुकाबले बहुत आगे जा सकती हैं।

अब जो विवाहित महिलाएं छूट गई थी उनके लिए लाडली बहना योजना शुरू की गई है। क्योंकि यह योजना केवल राशि देने की योजना नहीं है, बल्कि यह राशि सम्मान है उस मेहनत का जो वह सतत अनवरत अपने परिवारों के लिए करती रहती हैं। जब उनके पास स्वयं की राशि होगी तो वह अपने छोटे बड़े सपने और इच्छाएं बिना संकोच के पूरी कर सकेंगे।