शिक्षा विभाग कार्यालय में अधिकारी के साथ दो शिक्षकों ने की मारपीट, पुलिस थाने तक पंहुच गया मामला
- मार्च में बीआरसी द्वारा की गई मारपीट से ही जुड़ी है घटना . शिकायत विभागीय अधिकारियों के साथ ही पुलिस को भी दी गई है।
रतलाम@newsmpg। शिक्षा विभाग में एक बार फिर से शिक्षकों और अधिकारी के बीच कार्यालय में ही मारपीट का मामला सामने आया है। इस बार भी जनपद शिक्षा केंद्र में ही घटना हुई है, फर्क इतना है कि एसीपी के साथ दो शिक्षकों ने कमरा बंद करके मारपीट की। घटना बुधवार दोपहर की है जिसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों के साथ ही पुलिस को भी दी गई है।
जिला शिक्षा केंद्र में एपीसी के रूप में पदस्थ राजेश कुमार ाा ने दो बत्ती थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि 25 सितंबर को वे जनपद शिक्षा केंद्र कार्यालय में शासकीय कार्य कर रहे थे। इसी दौरान पलसोड़ी के जनशिक्षक रमेश बोरिया और मोरवनी के प्राथमिक शिक्षक दिलीप राठौर कार्यालय पंहुचे। उन्होंने कहा कि आपने विवेक नागर के संबंध में हमारे खिलाफ गवाही क्यों दी। कमरा बंद करके दिलीप राठौर ने मारपीट की। ाा ने कहा कि राठौर शराब के नशे में थे और आए दिन शराब के नशे में कार्यालय आते हैं। मामले में पुलिस ने बताया कि एपीसी की शिकायत पर जांच शुरु कर दी गई है।
बीआरसी जा चुके हैं जेल
उल्लेखनीय है कि कुछ ही दिनों पहले रतलाम के जनपद शिक्षा केंद्र में ही पदस्थ बीआरसी विवेक नागर व एक कर्मचारी गोपाल शर्मा को कोर्ट ने जेल भेजा था। दोनों पर जनशिक्षक के साथ मारपीट करने का आरोप है। घटना 13 मार्च 2024 को रतलाम के जिला शिक्षा केंद्र परिसर में जनपद शिक्षा केंद्र कार्यालय में ही हुई थी। इसमें रमेश बोरिया निवासी शुभम कॉलोनी ने स्टेशन रोड थाना पर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया था कि वे बीआरसी आॅफिस में निरीक्षण पुस्तिका देने गए थे और कॉलेज रोड पंहुचे थे कि गोपाल शर्मा व उसके साथी ने दोबारा बीआरसी आॅफिस बुलवाया था। कार्यालय आते ही गोपाल शर्मा ने गाली गलौच कर मारपीट की थी। इसके बाद बीआरसी विवेक नागर ने भी आकर मारपीट की थी। मामले में पुलिस ने बीआरसी विवेक नागर, कर्मचारी गोपाल शर्मा व एक अन्य के खिलाफ मारपीट, एससीएसटी एक्ट में केस दर्ज किया था। एट्रोसिटी कोर्ट में पेशी हुई थी और कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज कर दोनों को जेल भेज दिया था।