ये कैसा शौक: रक्षाबंधन पर तीन भाइयों के गले कटे, महिला समेत तीन की उंगलियां,बच्चों पर भी बरसा कहर
रक्षाबंधन पर प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से बिके चाइनीस मांझे ने मचाया कहर। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने देवदूत बनकर बचाई जिंदगियां।

रतलाम@newsmpg। रक्षाबंधन पर पतंगबाजी ने रतलाम में कई परिवारों की खुशियां मातम में बदल दीं। चाइनीज मांझे से जुड़े अलग-अलग हादसों में युवक-युवती समेत चार वयस्क लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। एक की सांस नली कटने से 45 मिनट तक सर्जरी चली, जबकि अन्य के गले पर गहरे जख्म आए। जबकि दो बच्चे भी चपेट में आकर गंभीर घायल हुए हैं। सबसे खास बात यह रही कि जिला चिकित्सालयक के डॉक्टर्स ने जटिल सर्जरी करके युवकों की जान बचाई है।
18 वर्षीय युवक की सांस नली कटी, मीडियाकर्मी ने पहुंचाया
बापू सेजावता निवासी समीर (18) रतलाम आ रहा था। पहलवान बाबा की दरगाह के पास पतंग की डोर गले पर लिपट गई। पांच से छह सेंटीमीटर गहरा जख्म हो गया और सांस नली कट गई। युवक की जान आफत में आ गई थी। इसी दौरान वहां से गुजर रहे मीडिया कर्मी समीर खान ने जब युवक की हालत देखी तो उन्हें तत्काल अस्पताल लाने के लिए उसे लेकर निकल पड़े। युवक लहूलुहान हो चुका था जिसे लाकर समीर खान ने उसे भर्ती करवाया और पुलिस के साथ सिविल सर्जन समेत वरिष्ठ अधिकारियों को भी सूचना दी।
ट्रैकिंआ कार्ड कटा, ट्यूब डाल कर बचाई जान
अस्पताल में वरिष्ठ सर्जन डॉ. गोपाल यादव को ड्यूटी पूरी होने के बाद भी घर से बुलवाया गया। उन्होंने बिना देरी किए सर्जरी शुरू की। इसमें डॉ अजय राठौर, डॉ अभिषेक अरोरा और टीम ने एसिस्ट किया। डॉ यादव ने बताया कि चाइना मांझे से मसल्स और ट्रेकिया दोनों कट गए थे। ऑपरेशन कर युवक के गले में अंदर ट्यूब डाली गई है। इससे वह सांस ले पाए। सर्पूरी शुरू करने में थोड़ी भी देरी होने पर उसे बचाना असंभव होता। अभी भी उसे ठीक होने में 2 महीने लग सकये है।
पति-पत्नी की यात्रा बनी जानलेवा
इसी तरह दोपहर करीब 3:30 बजे सुभाष नगर निवासी आनंद गोसर (25) पत्नी मुस्कान (23) के साथ बाइक से मंदसौर जिले के नाहरगढ़ जाने के लिए निकले ही थे। जावरा रोड पर मच्छी बाजार के पास पतंग की डोर गले से लिपट गई। इससे आनंद के गले और उंगलियों में गहरे घाव हो गए। वहीं पत्नी मुस्कान की उंगली कट गई। दोनों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। इनके भी गले, उंगली आदि पर टांके लगाकर डॉक्टर्स ने माइनर सर्जरी की।
जावरा फाटक पर युवक लहूलुहान
शाम करीब 7 बजे बांगरोद निवासी जितेंद्र (22) जावरा फाटक अंडरब्रिज के पास अचानक बाइक रोककर एक राहगीर के पास मदद की गुहार लगाने लगा। उसके गले से खून बह रहा था। एम्बुलेंस समय पर न मिलने पर दिनेश और उनकी बहन अनुराधा ने बाइक से जिला अस्पताल पहुंचाया। आरएमओ डॉ. अभिषेक अरोरा के अनुसार, जितेंद्र के गले पर 10-12 टांके आए और डेढ़ इंच गहरा घाव हुआ है।
बच्चों को भी लगी चोटें
इसी दिन दोपहर में 5 से 6 साल का एक बच्चा स्कूटी से जाते समय डोर की रगड़ से घायल हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद परिजन उसे घर ले गए। वहीं सिलावटों का वास निवासी श्याम बंजारा के 6 साल के बेटे नैतिक को गली में खेलते समय पैर में चाइना डोर से चोट लगी, जिसे जिला अस्पताल ले जाया गया।
बैन के बावजूद धड़ल्ले से बिक्री, हादसों के बाद जागे
एक दिन पहले ही कलेक्टर राजेश बाथम ने चाइना मांझा और नायलॉन डोर के विक्रय पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बावजूद हादसों के दिन किसी भी दुकान पर समय रहते जांच नहीं हुई। आधा दर्जन हादसों के बाद पुलिस और नगर निगम की टीमों ने बाजार में चेकिंग शुरू की। साथ ही प्रतिबंधित डोर बेचने और इस्तेमाल करने वालों की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 7049162265 और 7049127466 जारी किए गए।
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