दीपू टाक का बंगला हुआ धराशायी, वकील स्टे लेकर पंहुचे लेकिन ये हुआ....
गुंडे-बदमाशों के खिलाफ शहर में प्रशासन और पुलिस की मुहीम मंगलवार को भी जारी रही। इस दौरान राजस्व, नगर निगम और पुलिस की टीम ने ब्याजखोरी सहित कई आपराधिक प्रकरणों में लिप्त आरोपी दीपक टांक के बंगले को गिराया।
रतलाम। गुंडे-बदमाशों के खिलाफ शहर में प्रशासन और पुलिस की मुहीम मंगलवार को भी जारी रही। इस दौरान राजस्व, नगर निगम और पुलिस की टीम ने ब्याजखोरी सहित कई आपराधिक प्रकरणों में लिप्त आरोपी दीपक टांक के बंगले को गिराया।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी गौरव तिवारी द्वारा शहर में अपराधों पर अंकुश के लिए गुंडे-बदमाशों, हिस्ट्रीशीटरों के मकानों, दुकानों, भवनों को भी लगातार तोड़ा जा रहा है। 4 दिनों में 18 अवैध, अनुमति विहीन मकान, दुकान, गोदाम, निर्माण आदि तोड़े जा चुके हैं।
इसी कड़ी में मंगलवार को एसडीएम अभिषेक गेहलोत, एएसपी इंद्रजीत बाकलवार, सीएसपी हेमंत चौहान, तहसीलदार गोपाल सोनी, डीएसपी शीला सुराना, नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया, इंजीनियर आदि का दल जेसीबी, औजारों के साथ दीनदयाल नगर पंहुचा।
यहां पर आरोपी दीपक उर्फ दीपू टांक का बंगला तोड़ा गया। आलीशान बंगले पर जेसीबी का प्रहार हुआ तो कुछ ही घंटो में यह पूरी तरह धराशायी हो गया। इस दौरान उसकी माता, पत्नी सहित परिवार के कुछ लोगों ने कार्रवाई को रोकने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें हटा दिया।
वकील ने लगाया अवमानना का आरोप
कार्रवाई के दौरान वकील पंकज रजक ने मौजूदा राजस्व और पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई रुकने को कहा। उन्होंने बताया कि दीपक टाक की ओर से न्यायालय में आवेदन किया गया था, जिसपर न्यायालय ने 27 जनवरी तक स्टे का आर्डर दिया है। आवेदन में कहा गया था कि नगर निगम की ओर से कमिशनर उन्हें जवाब देकर बताएं कि बंगले का कितना हिस्सा नियमानुसार सही नहीं बनाया गया है, कितना हिस्सा अवैध है। उतना ही हिस्सा तोड़ा जाए। इस आवेदन पर न्यायालय ने फिलहाल एक दिन का स्टे दिया। रजक ने यह भी कहा कि अधिकारियों द्वारा मंगलवार को बंगला तोड़कर न्यायालय की अवमानना की गई है। इसके लिए न्यायालय में अवमानना का आवेदन लगाया जाएगा।
What's Your Reaction?