रतलाम डाकघर चोरी खुलासा: Youtube और Series से सीखा ‘क्राइम का साइंस’, लेकिन हाईटेक प्लान पर भारी पड़ी SP अमित कुमार की स्मार्ट इन्वेस्टिगेशन
रतलाम डाकघर चोरी का पुलिस ने 72 घंटे में खुलासा कर दिया। साइंस-क्रेज़ चोर ने Youtube और Web Series देखकर हाईटेक प्लान बनाया था। लेकिन SP Amit Kumar Ratlam की टीम ने Forensic Investigation और स्मार्ट इन्वेस्टिगेशन से आरोपी को पकड़ लिया और 7 लाख रुपए बरामद किए।

Crime Desk @newsmpg। रतलाम डाकघर चोरी (Ratlam Post Office Theft) की घटना का पुलिस ने तीन ही दिन में खुलासा करके चोरी गई रकम भी बरामद कर ली है। घटना में चोर पढ़ा लिखा युवक है जिसने Youtube Tutorial Crime और Web Series Crime से बकायदा साल भर तक रिसर्च करके चोरी को अन्जाम दिया। हालांकि पुलिस उससे एक कदम आगे दिखी जिसने Forensic Investigation Ratlam, तकनीक और लोकल इनपुट्स से उसके शातिर प्लान को नाकामयाब करके तुरंत ही उसका सुराग हासिल कर लिया।
पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए SP Amit Kumar Ratlam ने बताया कि 28 अगस्त की सुबह प्रधान डाकपाल कन्नू गेहलोत की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया गया था। इसमें बताया था कि सुबह जब चौकीदार हरचंद मालवीय 5.43 पर डाकघर पंहुचा था तो ताले टूटे थे और कोषालय में रखी दो तिजोरियों में रखे 7 लाख 4 हजार से ज्यादा रुपए चोरी हो गए थे।
जूते के निशान और सब्बल से मिला सुराग
शासकीय आॅफिस में हुई डाकघर चोरी खुलासा को एसपी अमित कुमार ने बेहद गंभीरता से लेते हुए तत्काल एएसपी राकेश खाका, सीएसपी रतलाम सत्येन्द्र घंघोरिया के मार्गदर्शन में अलग-अलग टीमें बनाई। टीम ने सबसे पहले मुख्य डाकघर का फोरेंसिक टीम के साथ सघन निरीक्षण किया जहां जूते और हाथ की उंगलियों के निशान बरामद हुए। साथ ही चोर के इलेक्ट्रिक कटर से ताला काटंने और लोहे की सब्बल का इस्तेमाल करने की जानकारी निकली। पुलिस टीम को जांच में ये सब्बल भी बरामद हो गई। Police Investigation Ratlam में सब्बल पर खास मार्का था जिससे सुराग तलाशने के लिए पुलिस टीमों ने डाकघर से चारों दिशाओं में जाने वाले 1000 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरु कर दिए। साईबर टीम ने भी तकनीकी साक्ष्य जुटाए और संदेहियों का पता लगाया। साथ ही मुखबिर तंत्र की भी मदद ली गई। पुलिस टीम आरोपी से एक कदम आगे ही रही। एसपी ने बताया कि लगातार तकनीकी साक्ष्यों और कैमरों से यह स्पष्ट होने लगा कि चोर जावरा- रिंगनोद के आसपास का है।
पढ़ा-लिखा है युवक, खेत छुड़ाने को की चोरी
एरिया के कैमरों पर फोकस करते ही स्पष्ट हो गया कि रतलाम से बाईक पर आया व्यक्ति बिनौली गांव का है। यहां पुलिस ने आरोपी अमृत पिता विक्रम सिंह सोंलकी को हिरासत में लिया। पुलिस ने बताया कि अमृत सिंह बीसीए कर चुका है, लेकिन उसका एक खेत उसी के ताऊ के पास गिरवी था। मां की बीमारी और अन्य कारणों से उसे पैसा चाहिए था तो मेहनत करने के बजाय उसने चोरी करके रुपए जुटाने की योजना बनाई। आरोपी असल में एक साइंस क्रेज़ चोर की तरह इंटरनेट पर लगातार नए तरीके सीखता रहा।
इंटरनेट और सीरीज से 1 साल किया रीसर्च
एसपी ने बताया कि आरोपी ने Youtube Tutorial Crime से करीब साल भर रिसर्च किया कि किन-किन स्थानों पर चोरी करने से बड़ी राशि मिल सकती है। उसने इंटरनेट से सेफली चोरी करने के तरीका लगातार अध्य्यन किया। पहले वह बैंक को निशाना बनाना चाहता था, लेकिन वहां सुरक्षा अधिक होने से इरादा बदला और डाक घर पर फोकस किया। इसका खुद का सेविंग अकाउंट मुख्य डाकघर में है और इसके बहाने आता-जाता और डाक घर के बारे में सब कुछ पता लगाता रहा। योजना बनाने के बाद इसने फ्लिपकार्ट से बैटरी संचालित कटर मंगवाया और यूट्यूब से इसे इस्तेमाल करना सीखा।
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जगह बदलकर की गुमराह करने की कोशिश
चोरी वाले दिन आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने का एक और प्लान बनाया। वह दिन में ही अपने गांव से बाईक पर एक बैग लेकर रतलाम मेडिकल कॉलेज आ गया। यहीं पर कई घंटों तक रुका रहा। रात करीब 8 बजे रेनकोट पहनकर और मुंह पर रूमाल बांधकर बाइक से रात में बाल चिकित्सालय पहुंचा। वहां बाइक खड़ी की और कुछ देर रुका। इसके बाद वहां से पैदल मुख्य डाक घर पहुंचा। मुख्य गेट के बजाय दीवार फांदकर अंदर कूदा। अंदर पहुंचकर इलेक्ट्रिक कटर से मेन दरवाजे का ताला काटा। सब्बल की भी मदद ली। इसके बाद कोषालय का ताला तोड़ा और नगदी को साथ लाए बैग में भर लिया। छुपकर बाहर आया और पैदल रेलवे स्टेशन के लिए निकला ताकि रास्ते में पुलिस गश्त को लगे कि कोई आदमी ट्रेन पकड़ने जा रहा है। स्टेशन पंहुचा और प्लेटफाम के पास तक जाकर फिर पलट गया और एक आॅटो पकड़ा। आॅटो से बाल चिकित्सालय पहुंचा। यहां से फिर बाइक उठाई और उससे अपने गांव के लिए निकल गया।
ऐसे कसा शिकंजा, बहन और पत्नी भी फंसे
पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू करने के साथ डाकघर से मिले जूते और उंगलियों के निशान से आरोपी के निशानों को मैच किया तो पुख्ता सबूत मिल गए। इसके बाद महिला आरक्षकों के साथ पुलिस टीम आरोपी के घर पहुंची। जांच में आरोपी की बहन पपीता पिता विक्रम सोलंकी 22 और आरोपी की पत्नी अनीता पति अमृत 22 निवासी बिनौली ने रुपए अपने कपड़ों में छुपाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस की सख्त जांच में पैसे बरामद हो गए। पुलिस ने बहन और पत्नी को भी सहयोग करने का आरोपी बनाया है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर 7 लाख 4200 रुपए। कटर, रेनकोट, जूते, बाईक आदि भी जप्त कर ली है।
टीम की हुई सराहना
रतलाम क्राइम न्यूज में यह मामला सबसे अहम रहा। SP Amit Kumar Ratlam ने बताया कि मामले में निरी स्वराज डाबी, अय्यूब खान, अमित कोरी, सत्येंद्र रघुवंशी, अमित शर्मा, उनि राजा तिवारी, दिलीप रावत, प्रआर नारायण सिंह, आ ईश्वरसिंह, रवि चंदेल, साईबर की टीम, फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट निरी दिनेश राठी, फोरेंसिक टीम, तकनीकी टीम आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही। त्वरित कार्यवाही पर वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सराहना की है।
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