भू-माफिया ने खेती की जमीन पर किया अतिक्रमण, निर्माण कर रहा है वेयर हाउस , कलेक्टर ऑफिस जाकर किसान ने दी आत्मदाह की चेतावनी

भू-माफिया ने खेती की जमीन पर किया अतिक्रमण, किसान ने दी आत्मदाह की चेतावनी, -न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने पर भी बना रहा वेयर हाउस

भू-माफिया ने खेती की जमीन पर किया अतिक्रमण,  निर्माण कर रहा है  वेयर हाउस , कलेक्टर  ऑफिस जाकर किसान ने दी आत्मदाह की चेतावनी


-राजनीतिक दबाव और प्रश्रेय का भी आरोप 

झाबुआ। जिले के सारंगी क्षेत्र में एक खेती की जमीन पर जबरन अतिक्रमण करके भू-माफियाओं द्वारा न्यायालय में केस लंबित होने के बावजूद वेयर हाउस निर्माण का मामला सामने आया है। 


इस मामले में गोपालसिंह पिता प्रहलादसिंह सिसोदीया ने कलेक्टर के समक्ष जनसुनवाई में भी आवेदन दिया है। इसके पहले भी करीब एक दर्जन से भी ज्यादा बार फरियादी प्रशासन से मामले में गुहार लगा चुका है। प्रशासनिक स्तर पर कागजात आदि देखने के बाद जांच भी की जा रही है और न्यायालय में भी मामला चल रहा है। परंतु बिना किसी खौफ और राजनीतिक श्रेय के कारण रसूखदार भू -माफिया द्वारा विवादित भूमि पर वेयर हाउस निर्माण किया जा रहा है। 
शिकायत में कहा गया है कि आवेदन कर्ता गोपालसिंह सिसोदीया ग्राम सारंगी की जमीन 1779, 1780/1, 1782 रकबा, 2.08 लगान 9.37 सारंगी हल्का नं 24 में स्थित है। पिछले कई दशकों से उनका परिवार वहां पर खेती करता आ रहा है। परंतु 
01.12.2021 को अचानक उन्हें नोटिस आया कि खेत का सीमांकन है। सीमांकन में भूमि काबीज होकर कब्जा भी उ्न्हीं के हिस्से में आया परंतु उस सर्वे नं. पर रविन्द्र कुमार अग्रवाल का नाम अंतिक पाया गया। 
इसके बाद से एसडीएम कोर्ट पेटलावद मे उक्त भूमि का प्रकरण विवेचना में चल रहा है। बाउजुद भी संबंधित भू माफिया ने पैसो के दम पर निर्णय आने के पहले ही इस भूमि पर वेयर हाउस निर्माण का काम शुरु कर दिया है। इनके द्वारा सीमांकन का आवेदन पुन: 30.12.2022 को दिया गया था लेकिन 07.02.2023 तक भी इसका सीमांकन नही किया गया है। किसान का आरोप है कि प्रशासन द्वारा भी भू माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है, यहां तक कि सीमांकन भी नहीं किया जा रहा है। किसान ने कहा कि अगर न्याय नही मिला तो में वह परिवार सहित आत्मदाह करने को मजूबर हो जाएगा। 

राजनीतिक प्रश्रेय की भी शिकायत 
मामले में आवेदक ने बताया कि संबंधित भू-माफिया के पक्ष में क्षेत्र के बड़े राजनेता और पदों पर बैठे हुए कुछ जनप्रतिनिधि भी हैं। इनके प्रश्रेय के चलते प्रशासन भी इसके खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रहा है।