रतलाम के धामनोद में नगरपालिका की लापरवाही ने ली मासूम की जान, 2 हज़ार लीटर की पानी की टंकी गिरने से 6 वर्षीय बालक की दर्दनाक मौत
स्थानीयों में आक्रोश, भारी भीड़ का प्रदर्शन, जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग...???? टंकी रखी गई थी कमजोर स्टैंड पर, लोगों में भारी गुस्सा...????♂️ पुलिस पहुंची, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

धामनोद (रतलाम)।
रतलाम जिले के धामनोद कस्बे में सोमवार को नगर परिषद की घोर लापरवाही के चलते एक 6 वर्षीय बालक की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा न केवल दुखद है, बल्कि प्रशासनिक बेपरवाही की एक क्रूर मिसाल भी बन गया है।
जानकारी के अनुसार, नगर परिषद द्वारा सार्वजनिक उपयोग के लिए रखी गई करीब 2,000 लीटर पानी से भरी भारी टंकी अचानक नीचे गिर गई। यह टंकी एक कमजोर और जर्जर स्टैंड पर ऊंचाई में रखी गई थी, जो अचानक टूट गया। दुर्भाग्यवश, वहीं नीचे खेल रहा 6 वर्षीय बालक 'अर्पित' उसकी चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
???? जहां हादसा हुआ, वहीं था अर्पित का घर
घटना स्थल अर्पित के घर के बेहद पास था। उसके माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं और हादसे के समय अर्पित घर के सामने ही खेल रहा था। किसी को अंदाजा नहीं था कि सरकारी लापरवाही इतनी भयावह साबित होगी।
???? स्थानीयों का फूटा गुस्सा, नगर परिषद पर लापरवाही के गंभीर आरोप
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि भारी टंकी को कमजोर और असुरक्षित स्टैंड पर रखा गया, वह भी एक रिहायशी इलाके में। न कोई चेतावनी बोर्ड, न सुरक्षा उपाय—सब कुछ अनदेखा किया गया। हादसे के बाद आक्रोशित लोग नगर परिषद कार्यालय पर इकट्ठा हो गए और CMO से मिलने पहुँचे, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
????♂️ पुलिस मौके पर पहुंची, शव को भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए
धामनोद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और अर्पित के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है और लोगों की मांग है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई हो।
❓ प्रशासन कब जागेगा?
यह हादसा सिर्फ एक लापरवाही नहीं, बल्कि सिस्टम की गहरी खामियों की गवाही है। क्या किसी और मासूम की जान जाने के बाद ही प्रशासन चेतेगा? सवाल अब यही है कि क्या नगर परिषद में कोई जिम्मेदार है या फिर निर्दोष जनता ही हर बार कीमत चुकाएगी?
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