बेबसी या भ्रष्टाचार की बानगी- ठेकेदारों ने नगर निगम के अधिकारियों की शिकायत की, कहा - कमिशन देने से परहेज नहीं, लेकिन कुछ अधिकारी कर रहे और ज्यादा की मांग -जानिये भ्रष्टाचार के खेल में परेशानी का क्या है आलम...
Sign of helplessness or corruption - Contractors complained about Municipal Corporation officials, said - They do not shy away from paying commission, but some officials are demanding more - Know what is the problem in the game of corruption...
रतलाम। भ्रष्टाचार का आलम क्या है, इसकी बानगी जिले में ही देखने को मिल रही है। यहां नगर निगम से ठेके लाने वाले ठेकेदारों ने मिलकर मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर तक को शिकायत की है। इसमें उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि नगर निगम के कुछ अधिकारी तय कमिशन से भी ज्यादा और एडवांस की मांग करते हुए परेशान कर रहे हैं।
इसे बेबसी कहा जाए या भ्रष्टाचार के सिस्टम में रचने बसने की हकीकत। परंतु निगम के ठेकेदारों ने जो शिकायती पत्र, जिस कारण से परेशान होकर की है, वह अपने आप में व्यवस्था पर करारा तंज और नैतिकता की बातों पर तमाचा है।
इन अधिकारी का लिया गया नाम
शिकायती पत्र में शिकायत में बताया गया कि इन अधिकारियों में से एक ब्रजेश कुशवाह का नाम भी लिया गया है। बताया गया कि वे मानसिक तनाव दे रहे हैं। वे धमकाते हैं और कहते हैं कि अधिक कमिशन नहीं देने वालों कि फाइल आगे बढ़ने नहीं दी जाएगी। न ही बिल बनाकर साईट पर चढ़ेंगे। बेवजह बिल रुकवाकर शिकायत करवाने की बातें भी कही जाती है।
देने में परहेज नहीं, ज्यादा मांग से परेशान
ठेकेदारों ने बताया कि नगर निगम के कुछ अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों को आए दिन परेशान किया जा रहा है। तय कमीशन से अधिक एवं एडवांस कमीशन मांगा जा रहा है। ठेकेदारों ने कहा कि तय कमिशन देने में भी कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन तय कमिशन से भी ज्यादा की मांग और एडवांस की मांग की जा रही है। इससे वे सभी मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं।
इन्हें भी भेजी शिकायत
ठेकेदारों ने शिकायत की प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्मयंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री, रतलाम शहर विधायक, कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, महापौर, कार्यपालन यंत्री को भी सौंपी हैं।
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