कमलेश्वर पर जिला बदर की कार्रवाई के विरोध में जयस का प्रदर्शन
जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) के सदस्यों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए कमलेश्वर पर की गई जिला बदर की कार्रवाई का विरोध जताया। ज्ञापन सौंपकर उसे सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की।

-रैली निकालकर कलेक्टर और एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर की कार्रवाई निरस्त करने की मांग
रतलाम। जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) के सदस्यों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए कमलेश्वर पर की गई जिला बदर की कार्रवाई का विरोध जताया। कलेक्टर और एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई वापस लेने के साथ उसे सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की।
जिलेभर से एकत्रित हुए जयस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गुरुवार दोपहर को रैली के रूप में हाथों झंडे लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। नारेबाजी करते हुए कलेक्टर और फिर एसपी आफिस में ज्ञापन दिए। जयस के केशुराम निनामा, चंदू मेड़ा आदि ने बताया कि सैलाना के राधाकुआं गांव के मूल निवासी कमलेश्वर डोडियार पर जिला बदर की कार्रवाई की गई है। वह रतलाम के अलावा झाबुआ, धार, उज्जैन, मंदसौर, आगर मालवा, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा जिले में भी प्रवास नहीं कर सकता।
कमलेश्वर का परिवार हिदाड़ी मजदूर है। संघर्षो के बाद कमलेश्वर ने दिल्ली विवि से लॉ की पढ़ाई की है। वह छात्र जीवन से मजदूरों, गरीबों और आदिवासियों के लिए शांतिपूर्वक काम कर रहा है। ज्ञापन में यह भी कहा कि कमलेश्वर पर की गई जिलाबदर की कार्रवाई मप्र राज्य सुरक्षा अधिनियम के तहत भी गलत है। क्योंकि शेड्यूल्ड डिस्ट्रिक्ट एक्ट के तहत हस्तक्षेप की अनुमति नहीं है।
दबंगों और भू-माफियाओं की साजिश
ज्ञापन में कहा कि दबंगों व भू-माफियाओं द्वारा आदिवासियों की जमीनों पर जालसाझी पूर्वक कब्जा किया जा रहा है। इन्हीं के द्वारा कमलेश्वर को जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। इनके विरोध और समाजहित में वह रैली, शांतिपूर्ण धरना, प्रदर्शन आदि करता है। कमलेश्वर पढालिखा होने से अनपढ़ आदिवासियों की लड़ाई लड़ रहा है। दुर्भावनावश उसके खिलाफ 6 प्रकरण दर्ज करवाए गए हैं जो झूठे हैं। सदस्यों ने उसपर की गई जिला बदर की कार्रवाई निरस्त करने के साथ ही उसे सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की।