पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा 23 से, आयोजन में 1 करोड़ से ज्यादा का होगा खर्च, प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा 23 से, आयोजन में 1 करोड़ से ज्यादा का होगा खर्च, प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद
रतलाम। पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले की कथा 23 से 29 अप्रैल तक प्रतिदिन होगी। कथा में करीब एक लाख तक लोगों के आने की उम्मीद और तैयारी है। आयोजन स्थल पर गर्मी को देखते हुए बैठने, ठंडे पानी, पार्किंग स्थल की व्यवस्था आयोजन समिति द्वारा की जाएगी। आयोजन में कुल करीब 1 करोड़ से भी ज्यादा का खर्च आ रहा है। पांडाल में आने वाले लोगों को अपने सामान, वाहनों की सुरक्षा स्वयं करनी पड़ेगी, हालांकि समिति द्वारा आयोजन स्थल पर 40 सीसीटीवी कैमरों के प्रबंध किया गया है। आयोजन समिति और जिले के धर्म प्रेमी लोगों द्वारा ही इसके लिए हर प्रकार का सहयोग दिया जा रहा है।
यह बात पंडित श्री मिश्रा की कथा का रतलाम में आयोजन संभाल रही समिति सदस्यों ने पत्रकार वार्ता में कही। समिति के रविन्द्र पाटीदार, निमिष व्यास, अशोक पोरवाल, कन्हैयालाल मौर्य, अनिल झालानी, मोनिका शर्मा आदि ने आयोजन के संबंध में जानकारी दी।
ये रहेगी व्यवस्था
1. आयोजन में आने वाले भक्तों के बैठने के लिए 70 बीघा जमीन में पंडाल की व्यवस्था की गई है।
2 . पीने के पानी की व्यवस्था निशुल्क रहेगी।
3. पार्किंग की व्यवस्था होगी, लेकिन वाहनों की सुरक्षा का जिम्मा स्वयं का होगा।
4. गर्मी को देखते हुए पंखे आदि का प्रबंध है।
5. एम्बुलेंस और एक डॉक्टर भी सभा स्थल पर मौजुद रहेंगे।
6. सुरक्षा और व्यवस्था के लिए पुलिस के साथ वोलेंटियर्स की भी व्यवस्था होगी।
नहीं मिलेगी ये सुविधा
1 समिति ने बताया कि किसी को भी रुकवाने का कोई प्रबंध नहीं है। बाहर से कोई भी व्यक्ति आता है तो वह जिम्मेदारी खुद उठाये
2 भोजन, नाश्ता, चाय जैसी कोई व्यवस्था समिति द्वारा नही होगी।
3 कथा में रुद्राक्ष वितरण जैसा भी कोई आयोजन रतलाम में नही होगा।
4 भक्तों को लाने-ले जाने के लिए कोई वाहन व्यवस्था उपलब्ध नही है।
5 आयोजन स्थल पर कथा समाप्ति के बाद रुकने की अनुमति नही होगी।
6 पंडितजी से व्यक्तिगत तौर पर मिलने का आयोजन नही होगा।
इन बातों का रखें ध्यान
समिति ने अपील भी की है कि आयोजन में आने पर अपनी सेहत, अपने सामान, अपने वाहन, बच्चों आदि का पूरा ध्यान रखें। आयोजन पूरे शहर की प्रतिष्ठा का पर्व है, ऐसे में आयोजन में सहयोग करें।
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