रतलाम आकर मुझे अपनी जवानी के दिन याद आ जाते हैं ...कमलनाथ ने रतलाम के बारे में कही ये बड़ी बात
रतलाम आकर मुझे अपनी जवानी के दिन याद आ जाते हैं ...कमलनाथ ने रतलाम के बारे में कही ये बड़ी बात-देखिए वीडियो

रतलाम। रतलाम आकर मुझे अपनी जवानी के दिन याद आ जाते हंै। 40 साल पहले हम दिल्ली-मुबंई किसी बड़े शहर जाने की बात करते थे, सबसे पहले रतलाम स्टेशन की बात होती थी। लेकिन, आज इस रतलाम को देख कर दुख होता है। यहां अब तारों में बिजली नही, स्कूल में शिक्षक नहीं, अस्पताल में महिला डॉक्टर नहीं। शिवराज की आंखे, कान समस्या देखने को बंद हैं। बस मुंह बहुत जलता है, लेकिन मुंह चलाने, सरकार चलाने में फर्क है।
यह बात पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रतलाम के पोलो ग्राउंड में आयोजित सभा में कही। यहां से अगले विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद और महंगाई के खिलाफ रण का बिगुल फूंका गया। कमलनाथ ने सभा में कहा कि रतलाम जिला हमारी संस्कृति का प्रतीक है। हर धर्म, हर जाति के लोग इतने मिलनसारिता से साथ हैं। भाजपा के पास आज पैसा है, प्रशासन है, एजेंसी हैं, लेकिन जनता नहीं है।
मंदिर-मस्जिद नहीं, ओद्योगिक निवेश की कोशिश की...
कमलनाथ ने कहा कि बाजार तभी चल सकते हैं जब किसान की जेब मे पैसा हो। आज के भटकते हुए नौजवान की दुनिया अलग है। वो सिर्फ हाथों को काम चाहता है। मेरा प्रयास था कि मध्यप्रदेश में निवेश आये, मंदिर मस्जिद में नही। अब प्रदेश की पहचान सिर्फ भ्रष्टाचार और माफिया से है। रतलाम रेल का हेड रहा है, यहाँ कितने सारे मौके आ सकते है यही मेरा प्रयास था की निवेश आये।
मोदी अगर स्कूल गए होंगे तो वो कांग्रेस ने बनावाया होगा...
मोदी और शिवराज कहते हैं कि कांग्रेस ने क्या किया। अगर मोदीजी आप कभी स्कूल में गए हैं तो वो कांग्रेस ने ही बनाया है। ये लोग इतनी एक्टिंग कर लेते हैं तो मुम्बई जाइये वहाँ जाकर नाम रोशन करें। मंहगाई आज हद से ज्यादा है। भाजपा का प्रयास है कि अगले 17 महीने में लोगो का ध्यान मंहगाई, किसानों, युवाओं की समस्या पर न जाएं। बस ऐसे मुद्दे पर लाएंगे की ध्यान मोड़ दे। ये कांग्रेस को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाएंगे, इनकी पार्टी में एक स्वतंत्रता संग्राम सैनानी नहीं है।
इन्होंने भी किया संबोधित
-सभा को सैलाना विधायक हर्ष विजय गेहलोत, आलोट विधायक मनोज चावला,झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया, प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, नागदा विधायक दिलीप गुर्जर, पेटलावद विधायक वालसिंह भूरिया आदि ने भी संबोधित किया।
ऐसा भी हुआ ...
- सभा के दौरान स्टेज पर चढ़ने के लिए धक्कामुक्की हुई। स्टेशन रोड थाना प्रभारी किशोर पाटनवाला और अन्य पुलिसकर्मियों से बहस भी हुई।
-मंच पर संचालक ने आलोट विधायक मनोज चावला का नाम पुकारा लेकिन वो पीछे भीड़ में खड़े रहे और मंच तक नही आ सके। इसे देखकर विक्रांत भूरिया मंच से नीचे कूदे और हाथ पकड़कर श्री चावला को लेकर मंच पर पंहुचे।