यूरिया खाद गड़बड़ी पर भड़के किसान, नामली फोरलेन पर चक्काजाम, एसपी के निर्देश के बाद एफआईआर की तैयारी, थाने पहुंचे अधिकारी

नामली क्षेत्र में यूरिया खाद की बोरियों में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर किसानों ने दूसरे दिन भी फोरलेन हाईवे पर चक्काजाम किया। किसानों ने खाद वितरण में अनियमितता और बोरियों के गायब होने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंचे अधिकारियों और एसपी के निर्देश के बाद दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की गई, जिसके आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त हुआ।

यूरिया खाद गड़बड़ी पर भड़के किसान, नामली फोरलेन पर चक्काजाम, एसपी के निर्देश के बाद एफआईआर की तैयारी, थाने पहुंचे अधिकारी
यूरिया खाद गड़बड़ी पर भड़के किसान, नामली फोरलेन पर चक्काजाम, एसपी के निर्देश के बाद एफआईआर की तैयारी, थाने पहुंचे अधिकारी

रतलाम/नामली। नामली क्षेत्र में यूरिया खाद वितरण में लगातार सामने आ रही गड़बड़ियों को लेकर किसानों का आक्रोश दूसरे दिन भी फूट पड़ा। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी किसानों ने नामली के समीप फोरलेन हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। किसानों का आरोप है कि देर रात पहुंची यूरिया खाद की बोरियों के वितरण में फिर से अनियमितता की गई, जिससे कई किसानों को खाद नहीं मिल पाई। इसके बाद एसपी अमित कुमार भी नामली थाने पहुंचे और उन्होंने निर्देश दिए कि गड़बड़ी पाई जाती है तो कार्रवाई की जाए। इसके बाद कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारी भी थाने पंहुचे जहां एफआईआर की तैयारी पूरी हो चुकी है। 
गुरुवार को निजी वेयरहाउस पर आई 400 बोरियों में से 118 बोरी गायब होने का मामला सामने आया था। इसके बाद गुरुवार- शुक्रवार की रात 181 बोरी यूरिया निजी गोदाम पर पहुंची थी ताकि बचे हुए किसानों को यूरिया वितरण किया जा सके, जिन्हें पहले ही टोकन दिए जा चुके थे। शुक्रवार सुबह 25 किसानों टोकन प्राप्त किसानों को बोरियां वितरित होनी थी, लेकिन दोपहर तक करीब 6-7 किसानों के हाथों में टोकन ही रह गए और गोदाम से खाद की बोरियां खत्म हो गईं। जब किसानों ने पूछा कि प्रति किसान 2 बोरियां ही देना है, यदि 4 भी दें तो भी 25 किसानों में 100 बोरियां ही वितरित होनी थी, तो 19 किसानों में 118 बोरियां कैसे खत्म हो गईं। इसपर संचालक और वितरक ठीक से कोई जवाब नहीं दे पाए।

सड़क की जाम, अधिकारियों ने पंहुच की चर्चा

किसान नेता बंटी डाबी, नंदकिशोर चौहान, बहादुर कुमावत, राजू जाट, कमलेश जमाई, ईश्वरदास बैरागी आदि नाराज किसानों के साथ पंहुचे और हाईवे पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। किसान जमकर नारेबाजी करते रहे जो हंगामा करीब 40 मिनट तक चला। सूचना मिलते ही  तहसीलदार संदीप कुमार इवने व कृषि विभाग व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। किसानों ने अधिकारियों के सामने खाद वितरण में हो रही गड़बड़ियों, कर्मचारियों व कथित दलालों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। किसानों ने कहा कि गुरुवार को भी गड़बड़ी मिली थी, अब दोषियों पर एफआईआर की जाए। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसानों का विरोध देखते हुए रतलाम से निजी ट्रक मंगवाकर किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध करवाई गई। हालांकि ट्रक के परिवहन का भुगतान किसान नेता बंटी डाबी ने किया।

जांच में भी मिला था, गड़बड़ी की शंका को बल

किसान नेताओं ने बताया कि जब गुरुवार को भी एक निजी गोदाम से 400 बोरियों में 118 बोरियों का हेरफेर निकला था, तब कलेक्टर के आदेश पर जांच के लिए पटवारी जितेंद्र अवस्थी पंहुचे थे। उन्होंने सभी की मौजूदगी में वितरित की गई बोरियों की सूची में से एक नाम देखकर उसपर फोन लगाया था। जवाब में व्यक्ति ने अपना नाम संदीप जैन निवासी रतलाम बताया। लेकिन जब तहसीलदार ने पूछा कि उसकी जमीन कहां और कितनी है, तो जैन ने जानकारी देने के बजाय अभद्रता करते हुए फोन काट दिया था। किसानों ने आशंका जताई कि लगातार खाद बोरियों के वितरण में गड़बड़ी हो रही है।

एसपी पंहुचे, निर्देश दिए, अधिकारी पंहुचे थाने

घटनाक्रम के बाद दोपहर में एसपी अमित कुमार भी थाने पंहुचे और टीआई गायत्री सोनी से घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली। एसपी ने निर्देशित किया कि प्रशासनिक टीम के साथ पुलिस भी दोषियों पर कार्रवाई करेगी। एसपी के रवाना होने के बाद राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारी भी नामली थाने पंहुचे जहां गड़बड़ी को दोषियों के खिलाफ एफआईआर करवाने की तैयारी खबर लिखे जाने तक चल रही है। 

Report By-  Harish Chauhan, Namli

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