निजी स्कूल संचालक से रिश्वत लेने वाले रतलाम के जिला शिक्षा अधिकारी को कोर्ट ने दी चार साल की सजा , मान्यता निरस्त करने की धमकी देकर रिश्वत ली

 रतलाम। जिले के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी को भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट ने चार साल की सजा सुनाई है। पांच साल पहले डीईओ रामेश्वर चौहान को निजी स्कूल संचालक  से रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथो पकड़ा था

निजी स्कूल संचालक से रिश्वत लेने वाले रतलाम के जिला शिक्षा अधिकारी को कोर्ट ने दी चार साल की सजा , मान्यता निरस्त करने की धमकी देकर रिश्वत ली

रतलाम। जिले के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी को भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट ने चार साल की सजा सुनाई है। पांच साल पहले डीईओ रामेश्वर चौहान को निजी स्कूल संचालक  से रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथो पकड़ा था। 
मंगलवार को रिश्वत लेने के मामले में पूर्व डीईओ चौहान को दोषी करार देते हुए विशेष न्यायालय ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत चार साल की सजा सुनाई है। साथ ही दो हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जावरा के निजी स्कूल की शिकायत पर लोकायुक्त डीएसपी शैलेंद्रसिंह ठाकुर ने जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान को 6 मई 2019 को 15 हजार रुपए रिश्वत लेते उनके ही चेम्बर में गिरफ्तार किया था। रतलाम में रहने के दौरान डीईओ चौहान काफी विवादित रहे थे।


ये है मामला 
जावरा के बन्नाखेड़ा स्थित साईं पब्लिक हाईस्कूल के संचालक सुखदेव पांचाल ने अपनी शिकायत में बताया था कि तीन साल पहले कुचड़ौद (मंदसौर) के निजी स्कूल में पढ़ने वाले काकरवाबालाजी (मंदसौर) निवासी तीन बच्चों निर्मल को सातवीं, निकिता को पांचवीं तथा नरेंद्र को चौथी कक्षा में बन्नाखेड़ा स्थित स्कूल में एडमिशन दिया था। बच्चों के परिजन ने स्कूल फीस नहीं भरी इसलिए कुचड़ौद के स्कूल संचालक प्रकाश जैन ने बच्चों की टीसी नहीं दी। अभिभावकों ने शिकायत मंदसौर जिला शिक्षाधिकारी से की। बाद में स्कूल संचालक जैन ने बगैर टीसी स्कूल में प्रवेश देने पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए दो साल पहले स्कूल संचालक सुखदेव पांचाल के खिलाफ रतलाम जिला शिक्षाधिकारी को शिकायत की। संचालक पांचाल ने बताया इसी शिकायत पर स्कूल की मान्यता रद्द करने की धमकी देकर 2017 में डीईओ चौहान ने एक बार 35 हजार रुपए तथा दूसरी बार 15 हजार रुपए लिए। स्कूल की मान्यता रद्द करने की धमकी देकर इस साल दोबारा 50 हजार रुपए मांगे तो 2 मई को लोकायुक्त एसपी से शिकायत की।

50 हजार पहले ले चुका था डीईओ 
जांच में मान्यता रद्द करने की धमकी देकर वह बन्नाखेड़ा (जावरा) के निजी स्कूल संचालक से 50 हजार रुपए ले चुका था। 50 हजार रुपए और रिश्वत मांगी तो संचालक सुखदेव पांचाल ने 2 मई को लोकायुक्त एसपी से शिकायत की। 
लोकायुक्त ने 4 मई को रिकार्डिंग के लिए बातचीत करने पर 30 हजार रुपए में मामला तय हुआ। 6 मई को संचालक पांचाल ने सायर चबूतरा स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 15 हजार रुपए दिए और बाहर आकर सिर पर बाया हाथ फेरकर इशारा किया। लोकायुक्त की टीम चेम्बर में घुसी। माजरा समझकर डीईओ चौहान ने रुपए टेबल पर रख दिए। लोकायुक्त टीम ने पकड़कर सोडियम काबोर्नेट के घोल से हाथ धुलाए तो पानी लाल हो गया। जिला शिक्षा अधिकारी को 500-500 के 30 नोट दिए और लोकायुक्त डीएसपी ठाकुर ने गिरफ्तार कर लिया।