विजन फॉर -डेवलपिंग रतलाम - दावेदारों से सीधी बात- जीत हुई तो कैसे बदलेंगे तस्वीर -
महापौर पद के लिए पैनल में हैं फैय्याज मंसूरी का नाम, पार्षद के रूप में संभाल चुके है जिम्मा
-महापौर पद के लिए पैनल में हैं फैय्याज मंसूरी का नाम, पार्षद के रूप में संभाल चुके है जिम्मा
रतलाम। महापौर से लेकर पार्षद पद तक के लिए दौड़ तेजी हो गई है। टिकट और जीत के लिए जो प्रत्याशी कड़ी दौड़ में आगे माने जा रहे हैं, उनमें एक नाम फैय्याज मंसूरी है। फैय्याज मंसूरी को कांग्रेस की ओर से महापौर पद का दावेदार माना जा रहा है। पार्षद के रूप में शहर में जिम्मेदारी निभा चुके मंसूरी के संबंध भोपाल में आला नेताओं के साथ भी प्रगाढ़ हैं। ऐसे में पैनल में उन्हें भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
कांग्रेस में फिलहाल महापौर पद के लिए फैय्याज मंसूरी के साथ मयंक जाट, राजीव रावत के नाम प्रमुख रूप से बताए जा रहे हैं। मंसूरी पहले भी पार्षद रह चुके हैं और नगर निगम के काम और काम करने के तरीकों से भलीभांति परीचित हैं। समाजसेवी के तौर पर अच्छी छवि और समर्थन रखने के कारण भी पार्टी उन्हें पसंद करती है। भोपाल में पूर्व मुख्मयंत्री कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह तक से उनकी सीधी पकड़ है। ऐसे में अगर रतलाम सीट का टिकट माइनोरिटी को जाता है, तो उनका नाम लगभग तय है।
मंसूरी बताते हैं कि अगर उन्हें पार्टी को ओर से टिकट मिलता है तो उनकी पहली कोशिश सभी वरिष्ठ, कनिष्ठ, पुराने, नए नेताओं और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर बढ़ने की होगी। वे कहते हैं कि पार्टी में एकजुटता के लिए नए सिरे से काम करेंगे।
वे कहते हैं कि पिछले नगरीय निकाय चुनाव को लगभग 7 साल हो चुके हैं। इन सात सालों में जनता पहले पेयजल पाईप लाइन, फिर सीवरेज और अब लापरवाही के नाम पर खुदी सड़कों का दंश झेल रही है। करोड़ों रुपए की यूआईडीएसएसएमटी योजना हो या सीवरेज भाजपा की योजनाएं जमीनी स्तर पर फेल रही है। इसमें आम जनता के टैक्स के पैसा निजी जेब में गया। उनकी कोशिश रहेगी कि इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़े और जीते। इसके अलावा उन्होंने शहर विकास के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता ही सड़क, सभी वार्डो में पर्याप्त पेयजल का प्रबंध और विशेष रूप से स्वच्छता रहेगी। इसके अलावा आयुष्मान, बीपीएल, ट्रिपल एसएमआईडी जैसी योजनाओं का व्यापक लाभ हर वर्ग को आसानी से हो सके, उसके लिए भी प्रयास करेंगे।