विधायक की मौजूदगी में भाजपा, कांग्रेस, जयस के सदस्यों ने जिपं अध्यक्ष का किया विरोध!जिला पंचायत बैठक में हंगामा, अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना
रतलाम जिला पंचायत की सामान्य सभा बैठक में भारी हंगामा हुआ। सदस्यों ने अध्यक्ष लालाबाई पर लापरवाही और मनमानी के आरोप लगाए। 15 सदस्यों ने वित्तीय अधिकार वापस लेने का प्रस्ताव पारित किया और अविश्वास प्रस्ताव का पत्र एडीएम को सौंपा।
रतलाम@newsmpg। जिला पंचायत रतलाम की सामान्य सभा की बैठक बुधवार को हंगामेदार रही। भाजपा विधायक की मौजूदगी में भाजपा सहित सभी दलों के सदस्यों ने अध्यक्ष से वित्तीय अधिकार वापस लेने का प्रस्ताव पारित कर दिया। इसके बाद अध्यक्ष लालाबाई के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का पत्र भी एडीएम को सौंपा गया।
बैठक दोपहर 12 बजे अध्यक्ष लालाबाई की अध्यक्षता में शुरू हुई। जैसे ही एजेंडे पर चर्चा प्रारंभ हुई, भाजपा सदस्य सत्यनारायण पाटीदार ने पिछली बैठक का पालन प्रतिवेदन पेश करने की मांग रखी। इसके बाद कांग्रेस, भाजपा, जयस और निर्दलीय सदस्यों ने अध्यक्ष और सीईओ श्रंगार श्रीवास्तव पर मनमानी और लापरवाही के आरोप लगाए।
अध्यक्ष पर लापरवाही के आरोप
बैठक में सदस्यों ने आरोप लगाया कि वित्त आयोग से आए 8 करोड़ की राशि का आवंटन अध्यक्ष और सीईओ ने अपने स्तर पर करने की कोशिश की। इसको लेकर 16 में से 15 सदस्यों ने हस्ताक्षरित पत्र प्रस्तुत कर वित्तीय अधिकार वापस लेने का प्रस्ताव पारित कराया। तय किया गया कि विकास कार्यों की राशि सभी सदस्यों में समान रूप से बांटी जाएगी। सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि सुदूर सड़क योजना के लिए आए 12 करोड़ रुपये मनमानी और लापरवाही के चलते वापस प्रदेश को लौट गए, जिसके लिए अध्यक्ष जिम्मेदार हैं।
सीईओ और सदस्यों में तीखी नोकझोंक
बैठक के दौरान कांग्रेस सदस्य राजेश भरावा और सीईओ श्रीवास्तव के बीच तीखी बहस भी हुई। भरावा ने सीईओ और अध्यक्ष पर कमीशनखोरी के आरोप लगाए। इस पर दोनों के बीच जमकर तकरार हुई। भरावा ने कहा कि ह्लअध्यक्ष और सीईओ में से एक को तो जाना ही होगा।ह्व जवाब में सीईओ ने कहा कि वे खुद ही ट्रांसफर करवा लेंगे।
एडीएम को सौंपा गया पत्र
बैठक के बाद कांग्रेस, जयस और करनी सेना से जुड़े सात सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे और एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव को संभागायुक्त के नाम अविश्वास प्रस्ताव की सूचना सौंपी। कांग्रेस , जयस एवं करनीसेना के सभी सात सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। इन्होने यहां सात सदस्यों के हस्ताक्षर से जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का सूचना पत्र संभागायुक्त के नाम से एडीएम डॉ शालिनी श्रीवास्तव को सौंपा। उपाध्यक्ष केशू निनामा, सदस्य राजेश भरावा, डीपी धाकड़, महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि पंचायत में 16 में से अध्यक्ष को छोड़कर शेष 15 सदस्यों ने हस्ताक्षर करके अध्यक्ष से अधिकार वापस ले लिए हैं। अध्यक्ष सभी बजट उपलब्ध करवाने में पक्षपात किया गया। शासन की महत्वपूर्ण योजना सुदुर सड़क योजना में उनके द्वारा समय पर बैठक नहीं बुलाने से राशि लैप्स हो गई है। जिला पंचायत अध्यक्ष अपना विश्वास खो चुकी है इसलिए हम अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं।
किसने क्या कहा
अध्यक्ष की मनमानी
अध्यक्ष की मनमानी से विकास कार्य नहीं हो रहे। सुदूर सड़क की राशि लैप्स हो गई। कमीशन के लिए ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं।
— राजेश भरावा, सदस्य जिला पंचायतअविश्वास प्रस्ताव नही, समान वितरण की बात
यह केवल समान राशि वितरण का मामला है। सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हैं। अविश्वास प्रस्ताव की बात सही नहीं है।
— मथुरालाल डामर, विधायक रतलाम ग्रामीणआरोप झूठे है है
कुछ समय से बैठकें नहीं हो पा रही थीं, इसलिए सुदूर सड़क की राशि में समस्या आई। कमीशनखोरी के आरोप भी झूठे है।
— श्रंगार श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायतसौंपा है पत्र
जिला पंचायत के कुछ सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर संभागायुक्त के नाम से सूचना पत्र सौंपा है। आगे की कार्यवाही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तय की जाएगी।
- शालिनी श्रीवास्तव, एडीएम, रतलामभ्रमित किया है
कांग्रेस के सदस्यों ने सभी सदस्यों को भ्रमित किया है। समान राशि के वितरण पर हस्ताक्षर करवाए है। उसमें सभी सदस्यों की सहमति है लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में भाजपा के सदस्यों की कोई भूमिका नही है। उनका प्रस्ताव औंधे मुंह गिर जाएगा।
प्रदीप उपाध्याय, जिलाध्यक्ष भाजपा