न मास्क, न दस्ताने, सीवरेज में उतार दिया सफाईकर्मी 

न मास्क, न दस्ताने, सीवरेज में उतार दिया सफाईकर्मी  - रतलाम में लापरवाही आई सामने  -भोपाल में इसी तरह गई कर्मचारी और इंजीनियर की जान 

न मास्क, न दस्ताने, सीवरेज में उतार दिया सफाईकर्मी 

- रतलाम में लापरवाही आई सामने  -भोपाल में इसी तरह गई कर्मचारी और इंजीनियर की जान 
रतलाम। 21वीं सदी में हर दिन नई तकनीक सामने आ रही है, वहीं रतलाम नगर निगम के सफाईकर्मी पुरातन काल की पद्धति से काम करने को मजबूर हैं। सोमवार को नगर निगम के अधिकारियों के सामने सीवरेज की सफाई के लिए एक कर्मचारी को अंदर उतारा गया। संसाधन तो दूर उस कर्मचारी के पास न तो नाक ढ़कने को मास्क था, न हाथों के दस्ताने, न पैरों में जूते। मीडिया की नज़र कर्मचारी पर पड़ी तो अधिकारियों ने आनन-फानन में जूते तो मंगवाकर दे दिए, लेकिन अन्य र्को सुरक्षा उपकरण का जुगाड़ नहीं कर सके। सोमवार को ही भोपाल में सीवरेज की सफाई के लिए उतरे एक सफाई कर्मचारी और एक इंजीनियर की मौत हो गई। बताया जाता है कि वहां भी कर्मचारी सफाई के लिए उतरा था। दोनों की मौत का खुलासा भी तब हुआ जब बहुत देर तक चेम्बर से बाहर नहीं आए। पास पड़े जूतों से शंका होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। 


रतलाम में इस तरह कर्मचारी कर रहे सफाई 
शहर के सबसे पॉश और मुख्य सड़क दोबत्ती पर सोमवार सुबह यह नजारा था।  एक अंडरग्राउंड सीवरेज की सफाई के लिए नगर निगम के स्वच्छता अधिकारी ए.पी.सिंह, इंजीनियर मनीष तिवारी सहित गैंग पहुंचा। एक सफाई कर्मचारी को इसी दौरान सफाई के लिए तार और लंबा बांस लेकर नीचे उतार दिया गया। उस कर्मचारी के पास मास्क, फेस किट, दस्ताने, जूते, वर्दी कुछ नहीं थी। इसी दौरान जब वहां मौजूद कुछ मीडियाकर्मियों ने कैमरे में इस दृश्य को कैद किया तो अधिकारियों ने उसी क्षण अन्य कर्मचारी को भेजकर जूते मंगवाकर उस कर्मचारी को दिए। परंतु अन्य सुरक्षा संसाधन तब भी उसे नहीं मिले। 


ढाई महीने पहले भी हुई थी ऐसी ही घटना 
इसके पूर्व भी सितंबर में एसी ही घटना सामने आई थी। सितंबर माह में मोचीपुरा में सीवरेज सफाईकर्मी को ऐसे ही नीचे उतारा गया था। इसके बाद निगम आयुक्त ने झोन प्रभारी किरण चौहान को निलंबित कर दिया था। स्वास्थ्य अधिकारी ए.पी.सिंह को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया था। पंरतु घटना से सबक लेने के बजाय निगम अधिकारियों द्वारा उसी ढ़र्रे को अपनाया जा रहा है।