जब कलेक्टर ने थामा बुजुर्गो का हाथ, आंखों से छलक पड़े आंसू  -जानिये क्यों रो पड़े वृद्धाश्रम से आए आवेदक और कलेक्टर 

- know why the applicant and the collector from the old age home cried, When the collector held the hand of the elderly tears filled his eyes

जब कलेक्टर ने थामा बुजुर्गो का हाथ, आंखों से छलक पड़े आंसू  -जानिये क्यों रो पड़े वृद्धाश्रम से आए आवेदक और कलेक्टर 
collector ratlam


रतलाम।  बेटा हमारे बच्चों से भी ज्यादा आपने हमें सम्मान दिया है, ईश्वर आपको अच्छा रखे ...। इस तरह के संवाद जब सोमवार को कलेक्टर कक्ष में सुनाई दे रहे थे, तब पूरा माहौल भावनात्मक हो गया था। 

दरअसल, सोमवार को बिरियाखेड़ी स्थित वृद्धाश्रम के बुजुर्ग कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी से मिलने पंहुचे। उन्होंने कलेक्टर को वृद्धाश्रम की समस्याएँ बताईं और भावुक हो गए। इनकी शिकायत वहां के संचालक के व्यवहार और अन्य छोटी मोटी बातों को लेकर थी। लेकिन इस दौरान जब एक बुजुर्ग गुजरात में रहने वाले अपने बच्चों के बारे में बताते हुए रो पड़े तो कलेक्टर के भी आंसू छलक पड़े। वहीं एक अन्य बुजुर्ग महिला जिन्हें चलने में भी परेशानी थी, उनका हाथ थामकर भी कलेक्टर आंसू नहीं रोक सके। इस दौरान बुजुर्गों ने काफी देर तक अपने मन की बातें भी की और अपनी समस्याएं भी बताईं। कलेक्टर ने वहां के खाने, पीने, स्टाफ के व्यवहार, दवाईयों सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर बातें सुनीं और आश्वस्त किया कि तत्काल समस्याओं का निराकरण करवाने की कोशिश करेंगे। इसके बाद कलेक्टर ने संबंधितों को फोन लगाते हुए फटकार भी लगाई और व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए। 

........हाथ थामकर बैठाया गाड़ी में

समस्या बताने और आश्वासन मिलने के बाद बुजुर्ग उठकर कमरे के बाहर निकलने लगे तो कलेक्टर श्री सूर्यवंशी भी काम छोड़कर उनके पीछे उठ खड़े हुए। उन्होेंने बुजुर्ग अम्मा का हाथ थामा और अन्य को भी स्टाफ के साथ वाहन के पास तक लाए। यहां उन्होंने बुजुर्गों को अपनी गाड़ी में बैठाया और अपने गार्ड और ड्राइवर को हिदायत दी कि वे सभी बुजुर्गों को ससम्मान वृद्धाश्रम तक छोड़कर आएं। इस दौरान भी बुजुर्ग काफी भावुक होकर उन्हें आशीर्वाद देते रहे।