भाजपा की सीमा लौटी ‘‘सीमा’’ में और बोली पार्टी है सर्वमान्य है, बगावती तेवर ढीले पड़े, महापौर पद का नामाकंन वापिस लिया
चार दिन पहले भाजपा से बागी हुई नैत्री सीमा टांक के तेवर दो दिन में ढीले पड़ गए और वो पार्टी की ‘‘सीमा’’ में लौट आई है। सीमा टांक ने विधायक चैतन्य काश्यप की उपस्थिति में अपना महौपार के लिए नामांकन वापिस ले लिया ।
रतलाम। चार दिन पहले भाजपा से बागी हुई नैत्री सीमा टांक के तेवर दो दिन में ढीले पड़ गए और वो पार्टी की ‘‘सीमा’’ में लौट आई है। सीमा टांक ने विधायक चैतन्य काश्यप की उपस्थिति में अपना महौपार के लिए नामांकन वापिस ले लिया ।
17 जून को टिकिट वितरण से नाराज होकर श्रीमती टांक ने विधायक कार्यालय का घेराव करते हुए विरोध जताया था। अगले ही दिन नाराज होकर बागी उम्मीदवार के रूप में अपनी महापौर के लिए भी नामांकन दाखिल किया था।
सीमा टांक दो बार से पार्षद चुनकर आ रही है, लेकिन इस बार पार्टी ने न तो महापौर पद पर और न ही उनके ही वार्ड में उनकी इच्छा को महत्व दिया। उन्होंने भाजपा के पुराने कार्यकर्ता मंगल सिंह के लिए वार्ड पार्षद के लिए टिकट मांगा था, लेकिन उन्हें भी टिकट नहीं दिया गया। इसके बाद उन्हौने विधायक निवास पर प्रदर्शन करते हुए विधायक एवं भाजपा नेताओ पर जमकर पक्षपात के आरोप लगाए थे। बुधवार को अंतिम दिन नाम वापसी में जब कुछ ही समय बचा तब विधायक चैतन्य काश्यप एवं जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा की उपस्थिति में उन्होने अपना नामांकन वापिस ले लिया। टांक ने कहा पार्टी सर्वमान्य है, और पार्टी हित में उन्होने नाम वापस लिया है।
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